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विविध पूजन संग्रह
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श्री वर्धमानस्वामी की स्तुति वीरः सर्व-सुरा-सुरेन्द्रमहितो, वीरं बुधाः संश्रिता । वीरेणाभिहतः स्वकर्म-निचयो, वीराय नित्यं नमः । वीरात्तीर्थमिदं प्रवृत्तमततुलं, वीरस्य घोरं तपो । वीरे श्री धृतिकीर्तिकान्तिनिचयः, श्री वीर भद्रं दिश ।
(थाली बजाना) (सभी साथ में धुन लगाना) जय बोलो महावीरस्वामी की । घट-घट के अंतर्यामी की ॥ जय०॥ जिस जगति का उद्धार किया । जो आया शरण वो पार किया ॥
जिस पीर सुनी हर प्राणी की ॥ जय०॥ महावीर बोलो ॥ महावीर बोलो ॥ त्रिशलानंदन बोलो ॥ महावीर बोलो ॥ सिद्धार्थनंदन बोलो ॥ महावीर बोलो ॥ वीर बोलो बोलो ॥ महावीर बोलो ॥
श्री गौतमस्वामी पूजनविधि ॥२८॥
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