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विविध पूजन संग्रह
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नवनिधि पूजन - पंचम वलय महापद्माय स्वाहा ॥ कालाय स्वाहा ॥
५. ॐ ६. ॐ
७. ॐ
महाकालाय स्वाहा ॥
८. ॐ माणवकाय स्वाहा ॥
१. ॐ नैसर्पिकाय स्वाहा ॥ २. ॐ पाण्डुकाय स्वाहा ॥ ३. ॐ पिंगलाय स्वाहा ॥
४. ॐ सर्वरत्नाय स्वाहा ॥
९. ॐ शंखाय स्वाहा ॥
(मण्डल के अंदर अखरोट एवं यंत्र के उपर कुसुमांजलि द्वारा पूजन करना ॥ ) सोलह विद्यादेवी पूजन:- (६) षष्ठ वलय
जिनशासन में प्रत्येक महापूजन एवं अंजनशलाका प्रतिष्ठादि महाविधानों में जिनका पूजन अवश्य किया जाता है । विशेष प्रभावशाली संतिकरं तिजयपहुत्त और बड़ी शांति आदि अनेक स्तोत्रो में जिनका स्मरण किया जाता है ॥
( मण्डल में १६ पान १६ सुपारी एवं यंत्र पर कुसुमांजलि करना ॥ )
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श्री गौतमस्वामी पूजनविधि
॥ ११८ ॥
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