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जिनप्रभसूरि
जिनराजसूरि
कमलचन्द्रसूरि
महीचन्द्र (वि०सं० १५९१/ई०स० १५३५ में जवणपुर में
उत्तमकुमारचौपाई के कर्ता) उक्त सभी साक्ष्यों के आधार पर खरतरगच्छ की लघुशाखा के विभिन्न मुनिजनों की गुरु-शिष्य परम्परा की एक तालिका का पुनर्गठन किया जा सकता है, जो इस प्रकार है
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