Book Title: Sramana 2000 01
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 210
________________ २०१ ___ वीरपुत्र आचार्य जिनआनन्दसागर सूरि के शिष्य एवं आचार्य जिनउदयसागर सूरि के पट्टधर, खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमहोदयसागर सूरि का दिनांक २६ मई को प्रातःकाल ६ बजे मलकापुर, जिला बुलडाना, महाराष्ट्र में हृदयगति बन्द हो जाने से निधन हो गया। आचार्यश्री के देहान्त से न केवल खरतरगच्छ अपितु सम्पूर्ण श्वेताम्बर जैन समाज की अपूरणीय क्षति हुई । पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिवार की ओर से आचार्यश्री को हार्दिक श्रद्धाञ्जलि। सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं पार्श्वनाथ विद्यापीठ के पूर्व व्यवस्थापक श्री शान्तिभाई बनमाली शेठ का ११ जुलाई को बैंगलोर में निधन हो गया। विद्यापीठ परिवार की ओर से श्री शान्तिभाई को हार्दिक श्रद्धाञ्जलि। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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