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वृद्धगौतम स्मृति
१२. धर्मशौच विधिवर्णनम् : २०२३
युधिष्ठिर का प्रश्न - " धर्म का वर्णन बहुत प्रकार से हुआ है सो अब धर्म का लक्षण समझाइये ।" भगवान् का उत्तर - धर्म का लक्षण
"अहिंसा सत्यमस्तेयमानृशंस्य वमः शमः | आर्जवं चैव राजेन्द्र निश्चितं धर्मलक्षणम् ॥
युधिष्ठिर का प्रश्न - साधु ब्राह्मण कौन होते हैं जिन्हें दान देने से फल होता है
भगवान् का उत्तर - अक्रोधी, सत्यवादी, धर्मपरायण, अमानी, सहिष्णु, जितेन्द्रिय, सर्वभूत हितेरत इनको देने का महान् फल होता है - आदि-आदि
अक्रोधनाः सत्यपराः धर्मनित्याः दमेरताः । तादृशाः साधकोलोके तेभ्योदत्तं महाफलम् ।।
युधिष्ठिर का प्रश्न - भीष्मपितामह ने धर्माधर्म की व्याख्या विस्तार से की उनमें से कृपया सार मुझे बतलाइये । धर्म सार में अन्नदान का महत्त्व - " अन्नदः प्राणदो लोके प्राणदः सर्वदो भवेत् । तस्मादन्नं प्रयत्नेन दातव्यं भूतिमिच्छता ।" इत्यादि १३. भोजनविधिवर्णनम् : २०२८
भोजन की विधि पर प्रश्न भोजन विधि का वर्णन
"नैकवासास्तु भुञ्जीयान्नैवान्तर्धाय वै द्विजः । नभिन्नपाले भुञ्जीत पर्णपृष्ठे तथैव च ॥ " अन्नं पूर्वं नमस्कुर्यात्प्रहृष्येनान्तरात्मना । नान्यदालोकयेदन्नान्नजुगुप्सेत व पुनः
गाय को घास देने व तिल देने का माहात्म्य | १४. आपद्धर्मवर्णनम्
युधिष्ठिर का आपद्धर्म के लिए प्रश्न आपधर्म का काल व निर्णय
युधिष्ठर का प्रश्न - प्रशंसनीय ब्राह्मण कौन हैं प्रशंसनीय ब्राह्मणों के लक्षण
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