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इन चार कथाओं में से कोई विकथा की हो तो तस्स मिच्छामि दुक्कडं। xx
सामाइयं सम्मं कारणं, न फासियं, न पालियं, न तीरियं, न किट्टियं न सोहियं, न आराहियं, आणाए अणुपालियं न भवइ, तस्स मिच्छामि दुक्कडं।
[नवकार मंत्र नौ बार] (इति सामायिक सूत्र)
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श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र