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भहरिसुभाषितसंग्रह तद् धीरो भव वित्तवत्सु कृपणां वृत्तिं वृथा मा कृथाः
कूपे पश्य पयोनिधावपि घटो गृह्णाति तुल्यं जलम् ॥५६॥ लाङ्गलचालनमधश् चरणावपातं
भूमौ निपत्य वदनोदरदर्शनं च । श्वा पिण्डदस्य कुरुते गजपुंगवस् तु
धीरं विलोकयति चाटुशतैश् च भुते ॥ ५७ ॥ राजन् दुधुक्षसि यदि क्षितिधेनुमेनां
तेनाद्य वत्समिव लोकमिमं पुषाण । तस्मिंश् च सम्यगनिशं परिपोष्यमाणे
नानाफलैः फलति कल्पलतेव भूमिः ॥ ५८ ॥ सत्यानृता च परुषा प्रियवादिनी च हिंस्रा दयालुरपि चार्थपरा वदान्या ।
Fs I W ततो नाधिकं (for च नातोऽधिकम्). - °) Wa- त्वं (for तद् ). F6 बह- (for भव). A I चि( A2 वित्तवृतिकृपणां; F2 वित्तवत्सु कृपणी. A0.1.3 चित्ते व्यथां; A. चित्ते वृथा (for वृत्ति वृथा). - d) Wst पयः (for जलम्).
____BIS. 5267 (2386) Bhartr. ed. Bohl. 2.41. Haeb. 70. lith. ed. I and III. 48, II. 49. Galan 52; SRB. p.93.99%; SRK. p. 71.9 (ST.); SHV. f. 63b, 7933; SN. 806%3 SL. f.37a; SSV.335%3 SKG. f. 18a.
57 om. in. BORI 329. -m) Y चरणोपपात: T1.2 GB चरणावघातं (for चरणावपातं). -') Ms निपात्य. C चरणोदर; D वदनोपर.-') गजवस्तुभिन; M4 मदवारणस्तु (for गमपुंगवस्तु).-") A1c धीरौ or धीरो (for धीरं). Fs चाट शनैश्च J. बाहशतेन (for चाटुशतैश्च). Ait भुक्ते; Ms भुक्तैः.
BIS. 5845 (2663) Bhartr. ed. Bohl. 2. 26. Haeb. 71. lith. ed. I, II and Galan 31. Pafic. ed. orn. I. 14. Hit. II. 40. ed. Cal. p. 188.ed. Rodr. p..161;SRB. p,231.71%B SBH. 641; SRK. p. 78.8 (Bh.); Tantrākhyayika I.83; Edgerton I. 10; SL. f. 42a3; SSD. 2. f. 42a.
58 4) F5 बुभुक्षसि; J1 दुधक्षसि. A3 B D E3. 5 F1. 2. 4 Hic I Y1-8 Ga.4 एता (for एनां). -°) Eo.1.5 तेनोद्य; Ao. 3 Eo. 1. sc.5 X Y1.3-6T1. अमं; Jit हहं (for इम). -') Eo.1.5IXY1. 4.5 तस्मिंस्तु: F1 यस्मिश्च. AsJ1.3 Y2.4. S T G M1.2.4 परिपुष्यमाणे;D F1 परिपाल्यमाने; F4 (m.v. as in text) Yit. 5.6 "तोष्यमाणे; J2 °घस्यमाणे; Wt तुष्यमाणे.-") B Eo. 1.5 (and Ec) 12. 3 J1.2 G2 -फला: DJ3 Y (except Y1) T G1.8-5 M -फल (for -फलैः). Eat कामलदेव (perhaps mispronunciation of कामलतेव (for कल्पलतेव). Jit भूमौ.
BIS.5740(2602) Bhartr. ed. Bohl. 2.38. Haeb. 72. lith.ed. I and III. 45, II. 46. Galan 49%; SR.B. p. 152. 405%; SRK. p. 122.9 (ST.).
59 )Gi lacura for रुषा to दयाल (ind). Eat FaJitX1 Get पुरुषा:W परुष. (for परुषा). Dघ्रीयवादिनीच; F: मृदवादिनीव: THAप्रियभाषिणी च: GI Ms'वादिता च. --°) CIY हिंसा (for हिंस्त्रा). Jit वधन्यः; J10 वदान्यः (for वदान्या).-') A Bit
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