Book Title: Shataka Trayadi Subhashit Sangraha
Author(s): Bhartuhari, Dharmanand Kosambi
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan
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भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे येषां नो कण्ठलग्ना क्षणमपि तुहिनक्षोदरक्षा मृगाक्षी
तेषामायामयामा यमसदनसमा यामिनी याति यूनाम् ॥२८॥ फलं वेच्छालभ्यं प्रतिवनमखेदं क्षितिरुहां। ___ पयः स्थाने स्थाने शिशिरमधुरं पुण्यसरिताम् । मृदुस्पर्शा शय्या सुललितलतापल्लवमयी
सहन्ते संतापं तदपि धनिनां द्वारि कृपणाः ॥ २८१ ॥ बाले लीलामुकुलितममी मन्थरा दृष्टिपाताः
किं क्षिप्यन्ते विरम विरम व्यर्थ एष श्रमस् ते ।
laeuna; D F1.3 J1X1 -[उहार- FJ2XY1- T GE. [उदार- C-वाते; JY1-8 T GI.P. 4 11-3 °धाम्नि X2°दम्नि; Gist दाम्ना. - ) J2 Y: T3 Ce एषां. नौ; T2 नः (for नो). C D Eo.1 F4.5 I Y: Cit.: [उत्कंठलग्ना; 11 G2 कंठलग्नाः; Ms कर्णलग्न-. D तुहिनं. A3 -क्षोदशक्ता; Bi D E2.3 ILLX Yive.1-6. S T G2.3.5 1.5 क्षोददक्षा; B2 क्षोदराक्षा; C-क्षोदरक्ता; F3 -क्षोददाक्षा; F [उत्कंपिवक्षो; 1 -क्षोदलक्षा; Ji -क्षोदलक्ष्मा; Y11 -क्षोददक्ष्या; Y3 -क्षोदवक्षा; Y: -क्षोदरक्षी; C) क्षोभदक्षा%
BM क्षोभरक्षा :क्षोदराक्षो. Y1 C2. मृगाक्ष्यस्; M3 मृगाक्ष्या. --- ") A0- मायामयीमा (Ao. com. मायामयी। इमा, इमा कहतां आ); A3 आयातयामा; B2 C आयातियामो; D F1-3 11 [ JY3. TG1-3M आयामियामा; E2t आयातियामा; F+ आयातमाया; P5 आयामनीयं; 1 आयानियामा;x आयातयामर; Y1 आयामि यामैर. Aot यमसदनगता; Aoc. 1. 2 निभा. J2 GE A1-+ यातु. BID CL 1.2 नूनं (for यूनाम्).
BIS. 4366 (1928) Bhartı. Schiefner rond Weber p. 23 ; $p. 3924; SDH, 1843; SDK. 2. 172.3 (p. 181); SU. 889; SLP. 5.34 (Bh.).
281 v} Found in S (except Srigeri 309). -- ") V4 श्वेच्छालभ्यं; MB चेच्छालभ्यं. Wat. c प्रतिवचनखेदं; W3c प्रतिवचममखेदंY प्रतिभवमखेदं.-) M4.5 लभ्यं (for the second स्थाने). M भाति शिशिरः भवति शिशिरः (for शिशिरमधुरं). - ) Ya -तरा; GAME-तला (for -लता.). Y2 चंपकमयी. - ") Y2 संलापं (for संताप). Wit ध्यनिनां (for धनिनां). X1 कृपणः.
BIS. 4368 (1930) Bhartr. ed. Polhl. 3.28. IIaeb. and Galanॐ. lith. cd, I. 26; SRB. p. 72.54; SKI. 128. 3 (Krsnamisra); SRK. p. 62.9 (Bh.). Prabodhacandrodaya IV. 19; SUV. f. 77a. 871 (Krsmanišra); BPB, 270; SSD. 2. f. 137b.
282 SS, V} Om. in F2 H I, ISM Kalamkar 195 and Mysore b82. NS3 S107 (108, extra). Occurs twice in D E F V73 (71), S193 GVS2387 V3, 533B Punjab 697 S18 (19), V68. --- ") A0 -मुकिलितममी; BIX -विलसितममी; Ba -विललितमिमं; Jit-मुकुलितमिमं; Y: G1 मुकलितवली. P. G+ मंधरा; सिंदरी-BJY7 Gi मंदरा; W1. 3. 4 सुंदरा. - ") B विरम विरस. B2 एक; C एव (for एष). Wat. 4 समस्ते (for श्रमस् ते).-) B C D E (Vai) F13.5 JS (except x M4.5) संप्रत्यन्ये; F4 संप्रत्यंते. C वरम् (for वयम्). Bअपगतं; C_E (Vai) उपगता; Eot (Sr.) अपिरतं; Eoc.(Sr) and Vai.1.2(Sr.).5 (Sr. and Vaic) अपरतं; उपरता; CM अपि गतं; M3 उपरतां (for उपरतं).
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