Book Title: Shataka Trayadi Subhashit Sangraha
Author(s): Bhartuhari, Dharmanand Kosambi
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan
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१३०
भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे शाल्यन्नं सघृतं पयोदधियुतं भुञ्जन्ति ये मानवास् तेषामिन्द्रियनिग्रहो यदि भवेद् विन्ध्यः प्लवेत् सागरे ॥ ३३० ॥
वैराग्यं संश्रयत्येको नीतौ भ्रमति चापरः । शृङ्गारे रमते कश्चिद् रुचिभेदः परस्परम् ॥ ३३१ ॥ व्याघ्रीव तिष्ठति जरा परितर्जयन्ती ____ रोगाश् च शत्रव इव प्रहरन्ति देहम् ।
आयुः परिस्रवति भिन्नघटादिवाम्भो ___लोकस् तथाप्यहितमाचरतीति चित्रम् ॥ ३३२ ॥ शय्या शैलशिला गृहं गिरिगुहा वस्त्रं तरूणां त्वचः
सारङ्गाः सुहृदो ननु क्षितिरुहां वृत्तिः फलैः कोमलैः ।
BIS. 6204 (2853) Bhartr. ed. Bohl. 1. 65. Haeb. 68. lith. ed. II. 100%; SRB. p. 252. 57; SRK. p.235. 47, p. 278.7 (Bh.); Prabandhacintamani 4. 182 (Hemasüri). SHV. app. I. f. 2a; SS. 45. 3 (Hemasūri). ... 331 {3} Om. in C D Y (but Y8. S101, order cbad) T G M. - ") B1 वैराग्ये संचरन् केके; F2-5 I JW वैराग्ये(F'ग्यं) संचरत्येको; Y3 वैराग्ये रमते कश्वित्.-") Eo-2.5 नीचो F2 नीतो (for नीतो). Bi Fa-4 J Y3 कश्चन ; F. वापरः (for चापरः). --- ") Fa श्रमते; Wी रसते (for रमते).-") Bl W भुवि भेदाः; E It दृष्टिभेदः; F2.5 J1 Y3 रुचिभेदाः F. H I J रुचिभेदात्. ____BIS. 6292 (2903) Bhartr.ed. Bohl. 1. 99. lith. ed. II. 103 ; SLP. 5. 38 (Bh.). : 332 v} Om. or extra in E. Eo V112; EV1113 EsV extra2%
3E V111 (110); Es Vi14. Baroda 1781 V111 (109). Om. in NS1.2. - ) A0-2C Eo परितर्कयंती; E परितर्पयंती; J3 (by corr.) परितर्जनीव. - ") Eo रागाश्च; W: रोमाश्च. W4 शात्रव. C प्रहरंति गात्रे; E0 प्रविशंति देह; Est प्रविशंति देहे; Ji प्रवहति हवेशं. -') A0-2 B1 Eo.3-4 I W1. S. परिश्रवति; Jit परियति; Jte परिस्रवंति; T3 परिश्रवंति. E नग्य (for भिन्न-). A2 -घटादि शंभो; C -घटादिवापो; J1 -घटादमभो; G1 M2-घटादिवांबु.
-4)C लोको न चात्म-3; F3 लोकस्तथा न; J3 लोकास्तथापि. E°पि हितम् M3 व्यथितम् (for [अ]प्यहितम्). M आचरतीव. कष्टं (for चित्रम् ).
BIS. 6323 (2917) Bhartr. ed. Bohl. 3. 39. Haeb. and Galan 35. lith, ed. I and III. 36, II. 97. Subhash. 3173 Sp. 4093 (Bh.); SRB. p. 367.32 (Bh,); SRK, p. 97, 4 (Bh.); Garudamahapurana 111. 10%B SSD. 4. f. 8u; JSV. 266. 11. ...-333 v} Found in A BD E, Fi V104 (103); BVB5 V109 (extra).[Also GVS2387 V89; BORI 329 and Punjab2101 V87; BORI 328 V106 (154); BU V112 (110); Jodhpur 3 V108 (100); Punjab 697 V96%; NS: V78 (77); NS3 VI19 textra);]. - ") Bi_Es-5 निझरम् (for नैझरम् ). F उचितैरण्यव. E रत्यै( E24 'त्ये).-4) A D मन्यते; B1 मनेते; B2 मेने ते.
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