________________ रतिसार कुमार 1049F-. capa इस प्रकार मदनकी मारसे बेचैने होती हुई उन सुन्दरियोंको अपने / हृदयमें पधारनेका निमन्त्रण देनेके लिये कुमारने भी नील कमलकी मालाके समान अपनी दृष्टिका उपहार उन्हें बड़े प्रेमसे दिया। Narsingh Press. Calcutta. - (पृष्ठ 24) / P.P.AC. Gunratnasuri.M.S. Jun Gun Aaradhak Trust