________________ रतिसार कुमार स्त्री उस पुरुषकी बाँयी जाँच पर बैठी हुई उसके गले में बाँह डाले हुई थी। स्त्री-चरित्रकी पूरी जानकार उस स्त्रीने मुझे दूरपर खड़ा देखकर उस पुरुषको कलेजेसे लगाते हुए मुझे वाँयें हाथका अँगूठा दिखा दिया ! (पृष्ठ 58) P.P. Marsingh Press, Caloutts. Jun Gun Aaradhak Trust