Book Title: Nandanvan Kalpataru 2001 00 SrNo 05
Author(s): Kirtitrai
Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti

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Page 11
________________ कृतिः श्रीवर्धमान महावीरजिन-गीतिः महावीररघटा सिरिवीरजिणथोत्तं काव्यनिकुराम घालविक्रीडितम् सरस्वती नीराजना पलाशपुष्पाणि सुतविलम्बितम् गलज्जलिकाद्वयम् षडुभाषामयी श्रीवीरजिनस्तुतिषडविंशतिका प्रार्थना Baytad भू-कम्पः प्रकृत्याः भ्रू-कम्पः अनुक्रमः Jain Education International कर्ता विजयशीलचन्द्रसूरिः एस्. जगन्नाथः प्रा. अमृत पटेल मुनिभुवनचन्द्र: 'चिन्मयः' मुनिभुवनचन्द्र: 'चिन्मयः' मुनिभुवनचन्द्र: 'चिन्मयः ' मुनिभुवनचन्द्रः 'चिन्मयः' अभिराजराजेन्द्रमिश्रः मुनिकल्याणकीर्तिविजयः सा. संस्कारनिधिश्रीः मुनिकल्याणकीर्तिविजयः For Private & Personal Use Only पृष्ठम् १ ७ ९ १० ११ १४ २२ २४ www.jainelibrary.org.

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