Book Title: Karmagrantha Part 1 2 3 Karmavipaka Karmastav Bandhswamitva Author(s): Devendrasuri, Sukhlal Sanghavi Publisher: Parshwanath VidyapithPage 15
________________ (१४) गाथा पृष्ठ ११८ ११९ १३ १४ १४-१५ १५ १५-१६ १६-१७ ११९ ११९ woooooooo ११९ १२५ १८-१९ १२५ विषय उदयाधिकार-२ उदय-उदीरणा का लक्षण तथा मिथ्यात्व में उदय सासादन में उदय मिश्र में उदय अविरतसम्यग्दृष्टि में उदय देशविरति में उदय प्रमत्त में उदय अप्रमत्त में उदय अपूर्वकरण और अनिवृत्ति में उदय सूक्ष्मसम्पराय में उदय उपशान्तमोह में उदय क्षीणमोह और सयोगिकेवली में उदय अयोगिकेवली में उदय उदय-यन्त्र उदीरणाधिकार-३ उदय से उदीरणा की विशेषता उदीरणा-यन्त्र सत्ताधिकार-४ सत्ता का लक्षण और पहले ग्यारह गुणस्थानों में प्रकृति-सत्ता अपूर्वकरण आदि ४ और सम्यक्त्व आदि ४ गुणस्थानों में मतान्तर से सत्ता क्षपकश्रेणि की अपेक्षा से सम्यक्त्व गुणस्थान आदि में सत्ता अनिवृत्तिकरण के दूसरे भाग आदि में सत्ता सूक्ष्मसम्पराय और क्षीणमोह की सत्ता सयोगी की सत्ता अयोगी की सत्ता मतान्तर से अयोगी के चरम समय में सत्ता सत्ता-यन्त्र २३-२४ १३१ १३३ १३४ १३६ ७ १३७ १३८ २८-२९ १३८ ३१ ३१-३२ ३४ १३८ १३८ १४१ १४२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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