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श्री शीतलदास जी महाराज की परम्परा से श्री यशकंवरजी महाराज का श्रमणी-परिवार541
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साध्वी नाम जन्म संवत् स्थान | पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान | विशेष विवरण श्री अजबकंवरजी
1974 से पूर्व
जैनदर्शन की गंभीर ज्ञाता, ओजस्वी प्रवचन
की, सौम्यमूर्ति, सं. 2007 बेगूं में स्वर्गस्थ श्री हुलासकंवरजी
1994 से पूर्व
परम विदुषी, शास्त्रज्ञा, सं. 2004 बनेड़ा
में स्वर्गस्थ श्री सुगनकंवरजी | बिजोलियां
| पीपली ग्राम | आप क्रियानिष्ठ सेवामूर्ति महासतीजी हैं। - श्री गुलाबकंवरजी | डाबी - ओसवाल 2000 मृ. कृ. 2 | बेगूं (चितौड़)| विनम्र सेवाभावी व गंभीर ज्ञान की धनी
थीं। सं. 2042 में 52 दिन के संथारे से
स्वर्गवास 5. श्री सौभाग्यकंवरजी पुर
- नाहर 2004 आषा.शु. 9 | भीलवाड़ा श्री आनन्दकुंवरजी की शिष्या, सेवाभावी
व सतत ज्ञानाराधिका JO श्री राजकंवर जी | सरसी-कनेरा
2012 .शु.3 सुवाणा स्पष्टवक्ता, सेवाभाविनी, मेवाड़ी भाषा में|
प्रवचनकी -श्री शान्ताकुंवरजी | बनेड़ा |- स्वर्णकार
2012 ा.शु.3 सुवाणा
विदुषी, प्रवचनशैली आकर्षक व व्यक्तित्व
प्रभावशाली श्री सज्जनकुंवरजी रतलाम
2012 27.शु. 3 सुवाणा मधुर स्वभावी, प्रवचनकार हैं। श्री लहरकवरजी
2014 का. कृ. 2 | पहुंना आप चिन्तन मनन व स्वाध्याय में सतत
संलग्न रहती हैं। श्री रमिलाकंवरजी | भैंसरोडगढ़ - *पामेचा
2015 चै. शु. 10 | मांगरोल अध्ययनशील, प्रसन्न मुखमुद्रा वाली हैं। श्री सुमतिकंवरजी | नन्दराय भंडारी
2016 का. शु. 5 | शाहपुरा आप स्वाध्याय, जप आदि में लीन रहती हैं। श्री मनोहरकंवरजी | पांवढेडा ग्राम
2016 का. शु. 5 शाहपुरा आपकी प्रवचनशैली मधुर है। श्री सिद्धकंवरजी | बेगू घासीलाल रातड़िया 2017 मृ. शु. 10 | बेगू
आपका अध्ययन गम्भीर एवं प्रवचनशैली |
मधुर है। 14. श्री प्रेमकंवरजी कुण्डियाकलां शोभागसिंह पीपाड़ा | 2022 आषा. शु. 3 |बेगू
मेवाड़ ज्योति, उत्कृष्ट तपः साधिका, जिनशासन चन्द्रिका
बेगूं
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जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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541. श्री यशकंवरजी म. व्यक्तित्व, कृतित्व-आर्या प्रेमकंवर, पृ. 50-52, प्रकाशक-दिनेश संचेती 'दिनकर', बीगोद (भीलवाड़ा) राजस्थान, (द्वि. सं.) ई. 1987