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क्रम
1. श्री पेम्पाजी
2.
3.
5.
6.
4. श्री कंचनकंवरजी
साध्वी नाम
∞
9.
10.
11.
12.
श्री जड़ावांजी श्री केरकंवरजी
7.
8. ० श्री सज्जनकुंवरजी
13.
14.
15.
श्री रूपकंवरजी
श्री रतनकुंवरजी
श्री लाभवतीजी
श्री दमयन्तीजी
श्री हेमप्रभाजी
श्री राजमतीजी
श्री विजयप्रभाजी
श्री विजयलताजी
श्री विनयलताजी
श्री विद्याश्रीजी
560
(झ) मेवाड़ - परम्परा का अवशिष्ट श्रमणी - समुदाय so
जन्म संवत् स्थान पिता का नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान
श्री ताराचंदजी
बड़ी सादड़ी
थामला
1940 रेलमगरा
- देवरिया
चिकारड़ा
टाटगढ़
- खाखरमाला
- सलोदा
- गांव गुड़ा देवगढ़
- सेमा
2023 उदयपुर - गांव गुडा
2039 इसवाल
धूकलचंदजी मेहता
कोठारी
गणेशलालजी दक
पूनमचंदजी बदामा अमरचंदजी पामेचा वछराजजी पीतल्या मोतीलालजी कोठारी
भेरूलालजी दक डालचंदजी लोढ़ा
1983 -
1957 मा. शु. 5
1996 मा. शु. 1
2015 मृ.शु. 10 2016 मृ.शु. 14
2028 का. शु. 15
2037 मृ.शु. 1
2045 वै. शु. 5
2045 वै. शु. 5
2060
कोशीथल
कपासन
राजकरेड़ा
वाटी
सेमा
लीचड़ा
लीचड़ा
कोशीथल
गुरूणी
श्री मोड़ाजी
श्री मोड़ाजी
श्री वरदूजी
श्री केरकुंवरजी
श्री केरकुंवरजी
श्री केरकुंवरजी
श्री केरकुंवरजी
विशेष विवरण
सात्त्विक प्रकृति, अभिग्रहधारी, सं. 2026 पलाना में स्वर्गस्थ
श्री केरकुंवरजी भद्र परिणामी, चांदजी,
सौभाग्यजी शिष्याएं
व्याख्यात्री, शास्त्रज्ञा
श्री प्रेमवतीजी
श्री प्रेमवतीजी
श्री प्रेमवतीजी
श्री प्रेमवतीजी
एक शिष्या थी - वरदूजी
मिष्टभाषी, उदार, सं. 2011 संथारा सह दिवंगत
तपस्विनी
करूणामयी, जागरूक, सं. 2024 रायपुर में स्वर्गस्थ
सेवाभाविनी
तपस्विनी, विनम्र, मिष्टभाषिणी
सेवाभाविनी, कोमल स्वभावी
सेवाभाविनी, सरल, सरस व्याख्यानी
श्री प्रेमवतीजी
श्री प्रेमवतीजी
श्री विजयप्रभाजी मधुर व्याख्यानी
एम. ए. मधुर व्याख्यानी, विदुषी सेवाभाविनी
560. संयम गरिमा ग्रंथ, षष्ठ खण्ड- मेवाड़ की गौरवमयी परम्परा एवं महासाध्वी का शिष्या परिवार : लेखिका - श्रीमती रविन्द्रा सिंघवी ; गोटूलाल
मांडोत, पृ. 535-52
स्थानकवासी परम्परा की श्रमणियाँ