Book Title: Jain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Author(s): Vijay Sadhvi Arya
Publisher: Bharatiya Vidya Pratishthan

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Page 1002
________________ Jain Education International 134. 38. UDA For Private & Personal Use Only क्रम सं| दीक्षा क्रम साध्वी-नाम | जन्मसंवत् स्थान| पिता-नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण 133. |178 श्री रायकंवरजी 1967 राजलदेसर | हंसराजजी बैद 1986 श्रा. शु.7 | लाडनूं कई स्तोक व्याख्यान कंठस्थ, उपवास से | | 11 तक लड़ी, कुल तप दिन 2702 179 श्री कंचनकंवरजी 1971 राजनगर | मगनलालजी पोरवाल 1986 मा. शु. 10 | सुजानगढ़ स्फूर्तचेत्ता, सेवाभावी, साहसी, अग्रणी 135. |श्री चंपाजी 1968 डूंगरगढ़ | संतोषचंदजी दूगड़ |1986 ज्ये. शु.5 | बीकानेर | प्राय: आगम बत्तीसी का वाचन, कुल तप दिन 2739 136. 181 श्री गणेशांजी 1973 लाडनूं खींवकरणजी कुचेरिया 1986 ज्ये. शु.5 | बीकानेर कवयित्री, गण से पृथक् , पुनः सम्मिलित, 340 दिन में 219 दिन तप, संवत् 2000 लाडनूं में स्वर्गस्थ |श्री आसांजी |1954 लाडनूं | रामलालजी बोथरा | 1987 मा. शु. 10 सरदारशहर | संवत्2027 आड मेंस्वर्गस्थ,तपके दिन 823 श्री लिछमाजी |1961 सरदार शहर नथमलजी दूगड़ 1987 मा. शु. 10 | सरदारशहर | संवत् 2026 समदड़ी-सीलोर में दिवंगत, तप के दिन 1717 139. श्री छगनांजी |1961 अबोहरमंडी नारायणदासजी | 1987 मा. शु. 10 | सरदारशहर | संवत् 2031 से लाडनूं में स्थिरवास 140. Joश्री मनोरांजी |1968 नोहर बनेचंदजी बरड़िया |1987 मा. शु. 10 | सरदारशहर | कईस्तोक,पद्य कंठस्थ,संवत् 2041 लाडनूं| | में स्वर्गस्थ, तप के दिन 821 141. श्री सिरेकंवरजी |1968 डूंगरगढ़ | बींजराजजी पुगलिया | 1987ज्ये. शु. 13 | राजलदेसर | सजोड़े दीक्षा,संवत् 1993 सेरुणा में दिवंगत 1142. Joश्री जड़ावांजी 1956 मोरका जीतमलजी गीया 1988 का. शु.2 बीदासर |पुत्र बुद्धमलजी व भाई दुलीचंदजी के साथ दीक्षा,संवत् 2001 ईडवा में स्वर्गस्थ,,तप दिन 892 143. 190 श्री सुन्दरजी 1959 भीनासर मनसुखदास बांठिया | 1988 का. शु.2 | बीदासर तप के दिन 2048, संवत् 2025 नाल ग्राम | में दिवंगत 144. श्री लिछमांजी |1963 लूनकरणसर बालचंदजी दूगड़ |1988 का. शु. 2 बीदासर | तप के दिन 1609, संवत् 2039 लाडनूं में | | दिवंगत 145. 0श्री मुखांजी 11963 रामगढ़ हजारीमलजी छाजेड/1988 का. श.2 बीदासर | संवत् 2004 गण से पृथक् 146. श्री चौथांजी 11966 गजरुपदेसर जीवनमलजी मालू |1988 का. शु.2 बीदासर संवत् 2025 फतेहनगर में दिवंगत श्री नोजांजी 1965 पुनरासर | कुन्नणमलजी बोथरा 1988 का. शु.2 बीदासवर आगमबत्तीसीवाचन,तपके कुल दिन 1604 जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास www.jainelibrary.org 147.

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