Book Title: Jain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Author(s): Vijay Sadhvi Arya
Publisher: Bharatiya Vidya Pratishthan
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क्रम सं दीक्षा क्रम | साध्वी-नाम
जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण
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श्री दीपांजी 1980 सरदारशहर | देवचंद जी पींचा | 1995 का. शु.3 | सरदारशहर | संवत् 2032 से अग्रणी, संवत् 2052
राजलदेसर में स्वर्गस्थ श्री सिरेकंवरजी | 1980 सुजानगढ़ | जयचंदजी दूगड़ | 1995 का. शु. 3 | सरदारशहर | संवत् 2054 में गण से पृथक् श्री पानकंवरजी | 1980 सरदारशहर | नथमलजी बोथरा | 1995 का. शु. 3 सरदारशहर | 32 आगम वाचन,तप संख्या 1179,संवत् |
2056 लाडनूं में स्वर्गस्थ श्री जतनकंवरजी, 1981 सरदारशहर | नथमलजी डागा | 19895 का. शु. 3 | सरदारशहर | संवत् 2038 से 52 तक अग्रणी, बीदासर में
संवत् 2054 को दिवंगत श्री रतनकंवरजी | 1982 सरदारशहर फतेहचंदजी पटावरी 1995 का. शु. 3 सरदारशहर | संवत् 2054 राजलदेसर में दिवंगत श्री भीखांजी | 1983 सरदार शहर नथमलजी बोथरा | 1995 का. शु.3 सरदारशहर 32 आगम वाचन, सूक्ष्मलिपिव कलादक्ष,
तप संख्या 1407,संवत् 2018 से अग्रणी,
संवत् 2053 डीडवाना में दिवंगत |श्री ऋद्भूजी |1984 सुजानगढ़ | जयचंदजी दूगड़
सरदारशहर | संवत् 1998 छापर में दिवंगत श्री फूलकंवरजी | 1981 चूरू सुमेरमलजी सुराणा | 1995 पौ. कृ. 5 चूरू संवत् 1999 राजलदेसर में स्वर्गवास
श्री किस्तूरांजी | 1982 चूरू | फतेहचंदजी सुराणा | 1995 पौ. कृ. 5 | चूरू संवत् 1996 केसूर में दिवंगत 10 श्री छगनांजी | 1979 फतेहपुरा | श्रीचंदजी बोहरा | 1995 मा. शु. 7 रतनगढ़ सजोड़े दीक्षा 19 स्तोक, कई व्याख्यान,
गीत कंठस्थ, तप संख्या 729 57 श्री जसूजी 1981 कलकत्ता | कन्हैयालाल सिपाणी | 1995 मा. शु.7 रतनगढ़ 10 हजार गाथाएं याद, तप संख्या 3311,
दस प्रत्याख्यान 36,संवत् 2056 लाडनूं में
28 दिन अनशन के साथ दिवंगत श्री मालूजी 1982 नोहर लाभूरामजी नखत | 1995 मा. शु.7 | रतनगढ़ | संवत् 2018 में गण से पृथक श्री सजनांजी | 1983 उदयपुर |नथराजजी बैदमुंहता| 1995 मा. शु.7 | रतनगढ़ प्रतिवर्ष 30 उपवास, बेले से तप संख्या
79, स्वाध्याय, ध्यान, जप, मौन का क्रम 600 श्री पूनांजी | 1975 बीदासर | मूलचंदजी नौलखा | 1996 चै. शु. 10 | बीदासर सजोड़े दीक्षा, यथाशक्य ज्ञानार्जन, उपकरण
निर्मातृ, तप संख्या 1474, दस प्रत्याख्यान
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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