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आस्था और चिन्तन प्राचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन ग्रंथ
प्रास्था
(अ) आस्था का अर्घ्य (पृष्ठ १ -३६) (आ) कालजयी व्यक्तित्व (पृष्ठ १-१५६) (इ) रसवन्तिका (पृष्ठ १-४८) (ई) अमृत-कण (पृष्ठ १ --११६) (उ) सृजन-संकल्प (पृष्ठ १-८८)
चिन्तन
(अ) जैन दर्शन मीमांसा (पृष्ठ १-१७६) (आ) जैन तत्त्व चिन्तन : आधुनिक सन्दर्भ (पृष्ठ १-१६८) (इ) जैन प्राच्य विद्याएँ (पृष्ठ १-२२०) (ई) जैन साहित्यानुशीलन (पृष्ठ १ -१८८) (उ) जैन धर्म एवं आचार (पृष्ठ १-१५२) (ऊ) जैन इतिहास, कला और संस्कृति (पृष्ठ १-१८४) (ए) गोम्मटेश दिग्दर्शन (पृष्ठ १–५२)
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