________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
पूर्वपरिचितः
६६६
पृषक:
पूर्वसंस्तुतिः (स्त्री०) पूर्व प्रशंसा। पूर्वाभिमुख (वि०) पूर्व की ओर उन्मुख। पूर्वाङ्ग (नपुं०) पूर्व अंग ग्रंथा पूर्वार्जित (वि०) पूर्वोपार्जित कर्म। पूर्वाङ्ग (नपुं०) चौरासी लाख वर्ष का एक पूर्वाङ्ग। वर्षलक्ष
चतुरशीतिरूपगुणितं पूर्वांग भवति (मूला०वृ० १२/८९) पूर्वातिपूर्वश्रुतज्ञानं (नपुं०) बहुत पूर्व वस्तुओं में यह ज्ञान
अत्यन्त प्राचीन है, इसलिए यह पूर्वतिपूर्व श्रुतज्ञान है। पूर्वानुज्ञा (स्त्री०) प्राचीन श्रमणों की आज्ञा। पूर्वानुपूर्वी (स्त्री०) मूल से जो प्ररूपणा की जाती है।
जं मूलादो परिवाडीए उच्चदे सा पुव्वाणुपुव्वी।
(धव० १/७३) पूर्वापर्वविचारः (पुं०) आदि और अन्त पर विचार। (जयो०
२३/२३)
पूर्वपरिचितः (पुं०) पहले से परिचित। (दयो० ५७) पूर्वपर्वतः (पुं०) उदयाचल पर्वत। पूर्वसंचालक (वि०) पूर्वी पंचालों से सम्बन्ध रखने वाला। पूर्वपापवश (वि०) पहले के पाप के कारण। (दयो० १/२४) पूर्वपुरुषः (पुं०) आदिपुरुष, आदिब्रह्म, ऋषभदेव, आद्य
तीर्थंकर ऋषभदेव। ब्रह्मा। पूर्वभव (वि०) पहले उत्पन्न होने वाला। पूर्वभवः (पुं०) बृहस्पति ग्रह। पूर्वभागः (पुं०) प्रथम हिस्सा, अगला भाग। पूर्वभाद्रपदा (स्त्री०) पच्चीसवां नक्षत्र। पूर्वभूक्तिः (स्त्री०) प्रथम आहार। पूर्वभूत (वि०) पूर्ववर्ती। पूर्वमीमांसा (स्त्री०) मीमांसक दर्शन की प्रारंभिक धारा,
वेदान्त की प्रथम विचार पद्धति।। पूर्वरागः (पुं०) प्रारम्भिक अनुराग, प्रथम प्रेमभाव। पूर्वरात्रः (पुं०) रात्रि का पहला प्रहर। पूर्वरूपं (पुं०) पूर्व रूप नामक सन्धि दो सहवर्ती स्वर या व्यञ्जनों में से प्रथम जो स्थिर रहे।
रोग होने का लक्षण। पूर्ववत् (वि०) पहले की तरह। (जयो०वृ० १/१७) पूर्ववयस् (वि०) वय की प्रारंभिक अवस्था, बालपन की
अवस्था। पूर्ववर्तिन् (वि०) पहले से विद्यमान्। पूर्ववादः (पुं०) प्रथम पक्ष, प्रारंभिक अभियोग की सूचना। पूर्वगदिन् (पुं०) अभियोक्ता, प्रथमवादी, पहला सूचना कर्ता। पूर्वविदेहः (पुं०) मेरु पर्वत की पूर्व दिशा का भाग। पूर्वेतर (वि०) पश्चिमी भाग। पूर्ववृत्तं (नपुं०) प्रथम घटना, प्रारंभिक आचरण। पूर्वश्रुतज्ञानं (नपुं०) श्रुतज्ञान के ऊपर एक अक्षर की वृद्धि। पूर्वशारद् (वि०) शरद ऋतु का पूर्वार्द्ध। पूर्वशैल (पुं०) उदयाचल पर्वत। पूर्वशैल शृंगः (पुं०) प्रासाद स्थानीय शिखर। (जयो० १५/४७) पूर्वसक्थं (नपुं०) जंघा का ऊपरी भाग। पूर्वसन्ध्या (स्त्री०) प्रभातकाल, पौ फटना। पूर्वसंस्तवः (पुं०) पूर्व परिचय पूर्वक प्रंशसा। पूर्वसर (वि०) अग्रेसर। पूर्वसागरः (पुं०) पूर्वी समुद्रा पूर्वसाहसः (पुं०) प्रारंभिक अवस्था।
पूर्वापर्वस्पर्शः (पुं०) आदि और अंत का स्पर्श। पूर्वाचल (पुं०) पूर्वदिशा। (जयो० १८/८८) पूर्वाह्वः (पुं०) मध्याह्न से पूर्व। (मुनि० ८) पूर्वाह्नः (पुं०) मध्याह्न से पूर्व, दोपहर से पूर्व। पूर्वाषाढा (स्त्री०) एक नक्षत्र, बाईसवां नक्षत्र। पूर्वोपार्जित (वि०) पूर्व समय से एकत्रित। (हि० १६) पूर्व
उपात्त-(समु० ६/३२) पूर्विका (स्त्री०) पूर्व, पूरा, प्राचीन, पहली। वार्ताऽप्यदृष्ट
श्रुतपूर्विका वः यस्या न केनापि रहस्यभावः। (सुद० २/२१) पूर्वित् (वि०) [पूर्व+इनि] पुरातन, प्राचीन, पैतृक। पूर्वेधुः (अव्य०) [पूर्वस्मिन अहनि पूर्व-एद्युस्] गत दिवस,
पहले दिन का।
दिन के प्रथम भाग में। पूर्वोक्त (वि०) पूर्व कथित, पहले से प्रतिपादित।
(जयो०वृ० १/२२) पूल (अक०) ढेर लगाना, संचय करना, एकत्रित करना। पूल: (पुं०) गठरी, पूला, गट्ठर, घास का समूह, बंधा हुआ
घास का ढेर। पूलकः (पुं०) ०पूला, गट्ठर, ०गठरी, बंधा हुआ। घूला (स्त्री०) देखो ऊपर। पूलाकः (पुं०) पुलाक मुनि। पूषः (पुं०) शहतूत वृक्षा सूर्य पूषारुणिमान-सूर्य की लालिमा।
(जयो० १५/१) पूषकः (पुं०) देखो ऊपर।
For Private and Personal Use Only