Book Title: Bruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 02
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: New Bharatiya Book Corporation

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Page 440
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मृगजिनं ८५५ मृत्युः मृगजिनं (नपुं०) मृगछाल। मृगाण्डखण्डा (स्त्री०) कस्तूरिका, कस्तूरी। (जयो० १५/८४) मृगाण्डजा (स्त्री०) कस्तूरी। मृगाद् (पुं०) सिंह, शेर। लकड़बग्घा। मृगादनः (पुं०) ०हरि, सिंह, मृगपति। मृगान्तकः (पुं०) सिंह, केसरी। मृगाधिपः (पुं०) सिंह, केसरी। मृगाधिराजः (पुं०) मृगराज, सिंह। मृगायणः (पुं०) विप्र, ब्राह्मण। (समु० ४/२४) मृगारि (पुं०) सिंह, शेर, केसरी। मृगारिवरः (पुं०) सिंह। (जयो०८/७२) मृगाशनः (पुं०) सिंह। मृगाविध् (पुं०) शिकारी, बहेलिया। मृगावती (स्त्री०) कौशाम्बी राजा शताविक की रानी। (वीरो० १५/२२) ०पोदनपुरी के राजा प्रजापति की द्वितीय रानी। (वीरो० १५/२२) मृगास्यः (पुं०) मकर राशि। मृगी (स्त्री०) हरिणा। (जयोवृ० १४/५०) ___०मिरगी रोग, मूर्छा व्याधि। मृगीखुरः (पुं०) मृगी के खुर हरिणाङ्गनाखुर। (जयो० २५/१८) मृगीदृक् (स्त्री०) नम्रभू (जयो० २३/५) मृगीदृशस्तत्र नर्तिमुखेन (वीरो० ६/५) हरिणाक्षी। (जयो० १०/३४) मृगीदृश देखो ऊपर। मृगेन्द्र (पुं०) सिंह, केसरी। (वीरो० दयो०४६) (जयो०७/४९) मृज् (अक०) शब्द करना। मृज् (सक०) पोंछना, प्रमार्जन करना, मांजना, स्वच्छ करना, प्रक्षालन करना। ०रगड़ना, सुखाना। ०सजाना, अलंकृत करना। निर्मल करना, साफ करना। मृजः (पुं०) वाद्य विशेष, 'मुरज' वाद्य। मृजा (स्त्री०) [मृज्+अ+टाप्] ०स्वच्छ करना, निर्मल करना, साफ करना। प्रक्षालन, प्रमार्जन। ०धोना, साफ करना। शुद्धि, स्वच्छता। मृजित (भू०क०कृ०) [मृज्+क्त] मांजा गया, प्रक्षालित किया गया, प्रमार्जित किया गया। हटाया गया। मुडः (पुं०) महादेव, शिव। (वीरो०३/१७) (जयो० २२/५५) मृडा (स्त्री०) पार्वती, गौरी। मृडानी (स्त्री०) गिरीश पुत्री, गौरी, पार्वती। मृडी देखो ऊपर। मृणालः (पुं०) कमलनाल, कमल तन्तु। (वीरो० ९/२६) (समु०७/६) मृणालं (नपुं०) सुगन्धित घास की जड़, कमलनाल। (सुद० २/७) मृणालकः (पुं०) कमलनाल। मृणालकल्पः (पुं०) कमलदण्ड। (जयो० १३/१०१) (सुद० १०८) मृणालनालं (नपुं०) देखो ऊपर। कमलनाल। मृणालिका (स्त्री०) [मृणाल कन्+टाप्] कमलवृत। मृणालिन् (पुं०) कमल, पद्म। मृणालिनी (स्त्री०) कमलिनी। कमल समूह। मृत (भूक०कृ०) [मृ+क्त] मरा हुआ, मृत्यु को प्राप्त। (जयो० २/१४०) मृतक जैसा, व्यर्थ, निष्फल। ०भस्म किया गया। मृतं (नपुं०) मृत्यु, मरण। मृतकः (पुं०) मुर्दा, शव। मृतकल्पः (पुं०) अचेत, बेहोश। मृतगृहं (नपुं०) मृतस्थान, देह संस्कार स्थान, कबर। मृतगृहं (नपुं०) दाहघर। मृतण्डः (पुं०) सूर्य। मृतदारः (पुं०) विधर, रंडवा। मृतनिर्यातकः (पुं०) शव ले जाना। मृतमत्तकः (पुं०) गीदड़। मृतसंस्कारः (पुं०) अन्त्येष्टि। मृतस्नानं (नपुं०) मृत्यु के बाद का स्नान। मृतालकं (नपुं०) [मृत+अल-णिच्+ण्वुल] मिट्टी, पिंडोर, चिक्कण मृत्तिका। मृतिः (स्त्री०) मरण, मृत्यु। (सुद० १२९) मृत्तिका (स्त्री०) मिट्टी, पिंडोर, माटी। (वीरो० ३/७) मृत्युः (नपुं०) मरण, शरीर नाश। (सुद० ११७) (दयो० १/२१) For Private and Personal Use Only

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