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अनेकान्त 67/3, जुलाई-सितम्बर 2014
पुस्तक-समीक्षा
(१) “हाड़ौती की जैन मूर्तिकला एवं शिलालेख"
लेखक- ललित शर्मा, प्रकाशक- सुरेन्द्र कुमार सेठी फाउण्डेशन, कोटा (राजस्थान), प्रथम संस्करण-२०१४, पृष्ठ-५६ चित्र-१६, मूल्यःभेंट स्वरूप।
प्रस्तुत पुस्तक में हाड़ौती की जैन मूर्ति का एवं शिलालेख में कुल ५ अध्याय हैं। जैन मूर्ति एवं शिलालेख एक परिचय, हाड़ौती की जैन मूर्ति का एवं जैन शिलालेख जैन मूर्तियों के पारिभाषिक शब्द एवं जैन मूर्तियाँ एवं कला के लक्षण। जिज्ञासुओं एवं शोधकर्ताओं के लिए पुस्तक बहुत उपयोगी है।
(२) विचार - भारती लेखक- डॉ. सुरेन्द्र कुमार जैन, बुरहानपुर (म.प्र.), प्रेरणास्त्रोत- मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज, संपादक- डॉ. अशोक कुमार जैन अध्यक्षजैन बौद्धदर्शन विभाग, बी.एच.यू., प्रकाशक- भ० ऋषभदेव ग्रंथमाला, संघीजी मंदिर, सांगानेर, जयपुर (राज.), आ. ज्ञानसागर वागर्थ विमर्श केन्द्र व्यावर से भी प्राप्त किया जा सकता है, प्रथम संस्करण-२०१३, प्रति १०००, मूल्य : १५०, पृष्ठ-१६०
लेखक- हिन्दी के प्राध्यापक हैं एवं अच्छे प्रवचनकार एवं वक्ता (Stone-Key Speaker) हैं। पार्श्व ज्याति के संपादक एवं समीक्षक हैं। ३४ शीर्षकों के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर भारतीय एवं पाश्चात्य दार्शनिकविचारकों के विचारों की आधार भूमि से अपने विचारों को प्रस्तुत किया है। लेखों को संस्मरणों एवं कथानकों से भी सजाया गया है। प्रस्तुति सुन्दर एवं कृति पठनीय हैं। विचार भारती नाम को ईमानदारी से सार्थक किया है।
(३) आचार्य कुन्दकुन्दकृत - प्रवचनसार हिन्दी अनुवाद- डॉ. जयकुमार ‘जलज', प्रकाशक- पारस मूलचंद चैरिटेबल ट्रस्ट कोटा. प्रथम संस्करण-२०१४, मूल्य रु.८०/-, हिन्दी ग्रंथमाला कार्यालय मुम्बई द्वारा मुद्रित, लेखक- हिन्दी भाषा-साहित्य के जाने माने साहित्यकार हैं। १२ पृष्ठ की प्रास्ताविक पठनीय है जो लेखक की विचार