Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra
Author(s): Jambuvijay, Dharmachandvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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॥अथ परिशिष्टानि॥
प्रथमं परिशिष्टम्
ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्रान्तर्गतविशिष्टशब्दसूचिः
३५६
१८
३२९
विशिष्टशब्दाः पृष्ठाङ्काः विशिष्टशब्दाः
पृष्टाङ्काः अइकायमहाकाय
अंगुलिय
१५८, १५९ अइभोयणपसंग
अंगुलेजग
१६ अइयाकुच्छी
अंति अइवयंत
अंजण अइवयमाणिं
अंजणगिरि
१५६ अइवेग २९४ अंजणगिरिकूडसन्निभं
२८२ अईए
अंजणपुंजनियरप्पगास अउणतीस
अंजणपुलग
२९ अंक
२९, १६४, २७१, २७४, २८० अंजलि ११, १७, ७४, १०९, ११०, अंकणाहिं
२४६, २८०, ३५९ अंकधाती
अंजलिपगाह अंकुस ११५ अंजलिपरिग्गह
२४६ अंग ६,७०, ७५, ७६, १२४, २२३,
३६८ २४४, २५३, २५, ३५४, अंडणाए
२७६ ३५५ अंडय
९९ अंगपडिचारिगा
अंडे अंगरडियारिया ३४, २४० अंत
१२४, २३५, २५५ अंगफास २६९, २७३ अंतकरभूमी
१९० अंगमंगाई
२३८ अंतगमण अंगमंगाति
अंतनिग्यातिए
२३४ अंगयातिं
अंतमकासी
१९० अंगरायं
२८३ अंतर ६२, ६७, ६९, ७९, १३०, १९७, अंगराया १४५, १५२, १६२
२१९, २५२ अंगसुहफासयं
अंतरावण
२१९, २२१ अंगाई
३१८, ३२०, ३६० अंतरिक्खपडिवन्न अंगुलस्स
३६२ । अंतलिक्खपडिवन्न ३०, ३१, १५९, १८३ .
अंजू
२४
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