Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra
Author(s): Jambuvijay, Dharmachandvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
________________
३३२
१८३
१
३७
प्रथमं परिशिष्टम् विशिष्टशब्दाः
पृष्ठाङ्काः । विशिष्टशब्दाः
पृष्ठाङ्काः फास २१५, २१६, २५३, ३३१, बंभरवास
२११, २१२, २७६ ३३३ बंभयारी
२९ फासिदिय ११९ बंभलोए
३२० फासिंदियदुद्दतत्तण
बंभलोय फासिंदियपाउग्ग ३२६, ३२७ बझंति
४३, २२१ फासिंदियवसट्टा
३३१ बत्तीस १०८, १४५, १९०, ३६६ फासुएसणिज
१२६, ३५३
बत्तीसतिबद्ध फासुग
१२० बत्तीसतिम-बत्तीसतिमेणं फासुय
१२६, २५८ बत्तीसपुरिसोक्यारकुसला फासुयविहार
११८, ११९ बत्तीससागरोवमहितीया
१४६ फासेइ
बत्तीसाति
१७८ फासेति
बद्धपएस
२३२ फासेत्ता
बद्धफला
१३५ फुट्टमाण
बद्धसेए फुट्टसिर
बब्वरि फुट्टहडाहडसीसा
२६२ बरहिण फुडविसयविसुद्धरिभियगंभीरमहुरभणिया २९० बरिहिणविंदपरिणद्धसिहर फुडा
३६६ बल
३, ३६, ७३, १४१, १६०, ३३१
___२३८, २९०, ३०८ फुरंतविजुतसगजिय २१ बलतिभार
३०८ फुलवल्लि
बलदेव १९, ३११, ३१२, ३१६ फुल्लप्पलकमलकोमलुम्मिलिय १४ बलदेवपामोक्ख
१०७,२८० फुल्लुप्पलगंधनीसासा
१४७ बलदेवमायरो फुसंतु २३५ बलभद्द
१४१, १४२ फेणपुंज
बलमित्त
१८८ फेणपुंजसन्निगास
बलवंत बउलायवत्तो
१९८ बलवगसाहस्सी २८०, २८१, २८२, ३०२ बउसि
बलवगसाहस्सीणं
०१७ बंदिग्गहणेहिं ३३८ बलवाउए
३०५ बंध
बलवाउयं बंधण
बलहेडं
३२७ बंधुजीवग
बलाहएणं
१०९ बंधुमतिपामोक्ख बंधेत्ता
बलिचंचाए ३, ७६ बलियतरं
२०१ बंभचारी २८ बलियतराग
८९, १५९ बंभरधारिणी
बलियतराय
६२
१९७
२
१७५
१८९
बलि
३५५
३६४
बंभ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737