Book Title: Agam 06 Ang 06 Gnatadharma Sutra
Author(s): Jambuvijay, Dharmachandvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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विशिष्टशब्दाः
नाऊण
नाग
नागघर
नागजनए
नागपडिमा
नागपुर
नागरजण
नागसिरी
नागिंदा
नाड
नाण
नाणंद
नाणतं
नाणदंसणयाए
नाणामणिकणगरयणमहरिहत वणिज्जुज्जलविचित्तदंडाओ
नाणामणिमयदामालंकित
नामकरण
नामगोय
नामगोयमवि
नामवेज
नायए
प्रथमं परिशिष्टम्
पृष्ठाङ्काः
२०५
४१, ८२, १४६
७९, ८२, ८३, १५०
१४९
८०, ८२, ८४ ३६७
३३
२५६, २५७, २५८, २६१,
२६२, २६३
नाणाविह
नाणाविह अविनयप्पहाणा नाणाविहगच्छ नाति
नायकुमारा नायज्झयण
नाया नालिएरतले
नानामणिरयणकं चणघंटियाजालपरिक्खित्तं
नाम
नामंक
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१८५
४१, २८५
५४
५३
३९
८ २७६ ૭૭
८३, ८७, ८९, १३४, १४०,
२५५
९०
१२१
१२२
९७
६४
२८६
३७, १४७
१९०
२४०
८४, २३७, २७९
९१
१८८
७६, ९३, १३०, १३१, १३२, १४०, १४९, २१५, २३५, २५५, ३३४, ३४८, ३५४
६ १९५
विशिष्टशब्दाः
नालियाखेड
नावा
नासाच्छेयण
नामानीसासवायवोज्नं
नाeryडाई
निउणोवियमिसिमि सितमणिरयणघंटिया
जालपरिक्खित्त
निउरंबभूया
निउरूंबभूया
निंदंति
निंदणिज्ज
निंदिज्जमाणी
निकुरंबभूया
निक्खता
निक्aमण
निक्खमण महिमा
निक्खमण सकार
निक्खमणाभिमुह निक्खमणाभिसेओ
निक्खममाण निक्खमिस्सामि निक्खेव
निओ
निगम
निगंथ
निग्गंथप्पभिती
निम्गंथी
निग्गच्छउ
निम्गच्छ माण
४३७
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पृष्ठाङ्काः
३८
१५४
९२
२२, ५१
२३८
५२
१३५
२१३
१७२
१००, १३८
२६२
२२७
३६७
११०, १८३
१८८
३६३-३६६ ७८, ९० ४७, ५७, ५८, ६९, ७३, ७४, ७५, ९१, ९२, १००, १०२, १०५, १२१, १२९, १३८, १५९, २०८, २११, २१३, २१४, २२२, २३३, २५४, २६०, २६१, ३४७
२५२ ९१, ९२, १२९, १३८, २०८, २११, २१३, २१४, २४२, २५४, २६१, २७५, २७७,
२७८, ३४७
३४१ ५७, ६९
११०
११२
११२, १२४, ३१८
१८१, १८६
१८०
११५
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