Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutang Sutra Part 01 Sthanakvasi Gujarati Author(s): Ghasilal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar SamitiPage 12
________________ विषयपाना नं. २३ असभ्य ज्ञान डे इलप्राप्तिा नि३पा २४ शंडितधर्म और अशंडित धर्म डी भिन्नता प्राथन २५ अज्ञानि पु३षो अप्राप्तपदार्थ प्रा नि३पा २६ अज्ञानियोंडे होषों का नि३पा २७ अज्ञानवाहियों ने भता निरसन २८ अज्ञानवाहियों प्रा मत हिजाते हुये सुत्रकार म्लेच्छडे दृष्टान्त प्रा प्रथन डरते हैं २८ दृष्टान्त प्राथन डरडे सिद्धांताप्रतिपान ३० अज्ञानवाहियों से मत द्वे होषहर्शन ३१ ये अज्ञानवाही अपने प्रो या जन्यो जोधहेने में समर्थ नहीं होने दृष्टान्त के द्वारा प्रथन ३२ अज्ञानवाहियों डे विषयमें जन्य दृष्टान्ता थन र घन्ति-सिद्धांता प्रतिपाघ्न 33 दृष्टान्त ३४ झिरसे अज्ञानवाहिडे भतडा घोषहर्शन 34 अज्ञानवाहियों को होनेवाले जनर्था निपा ३६ जेान्तवाहियों भत प्रा होष प्रथन ३७ डियावाहियोंडे से प्रर्भजन्ध प्रा नि३पा ३८ डियावाहियों से र्भ रहितपना 3 प्रकारान्तर से दुर्भजन्ध डा नि३पा ४० प्रर्भजन्ध के विषय में पितापुत्रा दृष्टान्त ४१ प्रर्भजन्ध विषयमें जार्हत भता थ ४२ येडियावाहियों से अनर्थ परंपरा प्रा निपा ४3 डियावाहीयों से भता अनर्थ हिजाने में नौडाडा दृष्टान्त ४४ दृष्टान्त द्वारा सिद्धान्ता प्रतिपान तीसरा शा ४७ दृष्टान्त हर सिद्धांत का प्रतिपाघ्न ४८ भगत डी उत्पत्ती हे विषयमें मतान्तर डा नि३पा શ્રી સૂત્ર કૃતાંગ સૂત્ર : ૦૧ ૧૧૨ ૧૧૪ ૧૧૪ ૧૧૫ ૧૧૬ ૧૧૬ ११७ ११८ ४५ मिथ्यादृष्टियों से खायारोषा प्रथन १३४ ४६ आधार्भी जाहि आहार हो लेनेवालेडे विषयमें मत्स्य डा द्रष्टान्त १३५ ૧૩૬ १३७ ૧૨૦ ૧૨૧ ૧૨૧ ૧૨૨ ૧૨૩ ૧૨૪ ૧૨૫ ૧૨૬ १२८ ૧૨૯ १३० १३२ ૧૩૩ ૧૩૩ ૫Page Navigation
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