Book Title: Sattavihanam
Author(s): Virshekharsuri
Publisher: Bharatiya Prachyatattva Prakashan Samiti
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[ १५
शुद्धिः
शुद्धिपत्रकम् पृष्ठम् पङ्क्तिः अशुद्धिः ३७ १५ सत्ततरं ३७ १६ पणि ३७ १६/२२ ०बधिo ३७ २१ पंचि. २५ प्रणतानुबधि
नमस्स० ससारे
सम्सविट्ठिा गु० ३८ ११ गराव०
०ऽऽहा ग३८ १३ पथयं३९ ८ गाण ३६ २२ गादाण. ४० ४ पाच०
०बांध. सत्ततरं
पचि..य्यo ४० १६ ते
पचि० ४१ ८ अजागि०
०र ग० ०६ म०/ऽऽहारि -धिद.
दा बधि० ४१ २२ ०पचगे
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सतरं -पणि० oबंधिo
पचि० अणंतानुबंधि-मिस्स० संसारे सम्मदिट्ठिमण. गरोव० ossहारगपत्थयंगणि गोदाण ०पंचि० बधि० सत्तंतरं पंचि०/-पथ्य अंते
पचि.. अजोगि०
राग. ०द-म०)ऽऽहारि-धिद. ०दा-5010बंधि० ०पंचगे
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