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ज्योति कुमावत
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शाकिर अली की एक कृति एम.एफ. हुसैन के साथ कार्य कर चुके सैय्यद मेहर अली अब्बासी आज भी पूर्ण रूप से कला के क्षेत्र में सक्रिय हैं । कला हमेशा सीमाओं के परे एक स्वतंत्र जहां बनाना चाहती है । इस प्रक्रिया में मनुष्य स्वयं के दृष्टिकोण को शुद्ध करता है और समाज के उसूलों को तोड़कर सम्प्रेषण रूप कला तत्व मीमांसा को साकार कर चित्र में परिणत करता है । सैय्यद ने अपने चित्रों में पक्षियों का पतंगों की तरह और पतंगों को पक्षियों की तरह बनाकर कल्पना को नवीन स्तर दिया, गणेश का अत्यधिक ÇTM4¢ ¢Ü3¢ju
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सैय्यद मेहर अली अब्बासी की एक कृति