Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad
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१. व्यक्तिविशेषनाम
गहखोम गिरिनंद गिरिभूइ गुणधर गुणनाम
रावण-भगिनी १०१८ ७.९८८.१३:९.१०,१२; १९.३४:४३.१६,२९,३६ ४४१,३,४६.१८९४९.३; ५३.२८,७५.८३, चंदणहा-नंद (देखो सुंद) ४५.४०; ९८४३:चंदणहानंदिणी (देखो अणंगकुसुमा)४९.२,५३.४२. वानरयोद्धा ५७.९ राक्षसयोद्धा ६१.२७
गुणनिहि
गुणमइ-१
घम्म
गुणमइ-२ गुणमइ-३
चंदणहा
गुणमाला
गुणवई गुणवल्ली
गुणसमुद्दा
चंडसु
गुणसायर
राक्षसवंशीयराजा ५.२६६ वानरवंशीय राजा ६.८४ . विप्र ५५.३५.३७,४४ वणिक् पुत्र. गुणमइ (३).. का भाई १०३.१२१, १०३.८
घणवाहरह मुनि ८२.९५
घणेभ दाशरथी भरह की प्रणयिनी ८०.५०
" ,८०.५२ घोर वणिक् पुत्री,सीयाका पूर्वभवनाम १०३.९,१०,१३, घोससेण ९३,१२०,१२१ विद्यधर राजपुत्री, लक्खण चउचूड की बी ५४.४२,९३.६ चउम्मुह वानररानी ६.६९,७१ ।
चंचल रानी १३.२९
चंड दाशरथी भरह की प्रणयिनी। ८०.५२
चंडकुंड मुनि २१.७१
चंडुम्मि विप्र ५५.३५,४४
चंद-१ गृहपति १३.२७ (देखो महावीर के गणधर इन्दभूह) २.६०;३.३,७; २०.६३ वणिक ७७.१११
,-१
चदंक राक्षसयोद्धा ५६.३५ वानरयोद्धा ६१२७ .. , ५७.११ विद्याधरयोद्धा १२.९५
चंदक्क वानरयोद्धा ५४.२१ मुनि, जिन संति के पूर्व- चदगइ भवगुरु २०.१९ १३३ रक्खस द्वीप का विद्याधर वंशीय प्रथम राजा ५. ७७, १३३, १३८. १४०; (देखो मेहवाहण (१)) राक्षसवंशीय राजा, महारक्ख का पुत्र ५.१६०, चंदचूड १६५२३५५३.९ . चंदजोइ
रावण का पुत्र १५.१६ चंदणक्खा । ४८.५७,५६.११:५९,६२, चदणहा ) ६५,६१.५२,६७.१४७०.
३७४.२२;७५.७४३५९, *७४,७९ (देखो मेहवाहणर
राजा ८५.२ . विभीसण का मुख्य भट ५५२३ वानरयोद्धा ५७.१३ विभीसण का मुख्य भट चदणपायव ५५.२३
चंदणभ मुनि, सातवें वासुदेव के चदणह ) पूर्वजन्मगुरू विद्याधरवंशीय राजा ५.४५
चदणा इक्ष्वाकुवंशीय राजा २२.९६
चंदनह राक्षसयोद्धा ५६.३९
चंदपह । विद्याधरवंशीय राजा५.२६४ चदप्पह । वानरयोद्धा ५७.१२ राक्षसयोद्धा ५६.३३ वानरयोद्धा ७१.३०
चंदभद्द राक्षसयोद्धा ५९.२ वानरयोद्धा ५९.३८
चंदमई-१ दाशरथीभरहका पूर्वभवनाम चंदमई-२ ८२.११८ (देखो चंदोदय)
चंदमंडल लक्खणपुत्र ९१.२० विद्याधरवंशीय राजा ५४३
चंदमरी दाशरथी भरह की प्रणयिनी ८०.५२
चंदमुह राक्षसयोद्धा ५९ १२; ६१. चंदमुही १० विद्याधर राजा, चक्कवाल
चंदरस्सि नगर का. भामंडल के द्वितीय पिता. २६.८०:२८. चंदरह-१ ८.२०.२१, २२.४५, ५१, , -२ ५५,५८,६७,७६,३०.१५, " -३ १८,२७,४५,४६,४८,५६, चंदलेहा ५७. ( देखो चंदविक्कम) विद्याधरवंशीय राजा ५.१५ चंदवद्धण वानर राजा ५४.२२ चंदवयण
गोभूइ
गोमुह गोयम
गोहाणिय घंटत्थ घडउवरि घण घणमालि
देखो चंदणक्खा दाशरथीभरह की प्रणयिनी ८.५१ विद्याधर राजा १११.१९
आठवें तीर्थकर ९५.३२; .(देखो चंदाम २) व ससिप्पह)३३.८९,१२६; ४७.५१ महुरा का राजा ८८.१५, १७,२८-३०,३२ रानी ५.११५ विद्याधरी, मालि को स्त्री ६.२३७ सुरग्गीयपुर का राजा ६३.१९ वानरयोद्धा ६७.११ मुनि ८२.९०,९३ कुस को विद्याधर स्त्री १०६.९,१२ वालि का पुत्र ४७.२३, ५४.१९,५९.३७,६२.३२ विद्याधरवंशीयराजा ५.१५
" .. , ५.४४ वानर योद्धा ५७.६ दाशरथी राम को स्त्री, राजा गंधब्ध की पुत्री ५११३ विद्याधर राजा ७२.५,७ विद्याधरवंशीय राजा५.२६६
चंदकंता
घणरइ
घणरह
घणवाहण-१
घणवाहण-२
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