Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 272
________________ वश्वस्सअ योग वग्घ वग्घरह वध्यविलंबी वज-१ -२ वज्जउयर वज्जक वज्जंधर वजंसू वज्जक वजकंचू वज्जकंठ वज्जकण्ण वजक्ख वज्जचूड वज्जजंघ Jain Education International ९५.५८; ९६. ३०; ९९६७ १००.२८:१०१ १०,२९, १०२२,५५: १०३. १७४; १०५९ = विदेहा ४६ १०, ६५,९७.१६, १८ः९८२०, ५१ = विदेही १०१.३ धनुर्वेदाचार्य २५.१८,२२. मुनि, बाईसवें तीर्थंकर के पूर्वभव गुरु २०.२० वानर योद्धा ५९.५ राजा ९८.१२,१३ वानरयोद्धा ९.३१३३३४ विद्याधरवंशीयराजा ५.१६ ५.१७ राक्षससामंत ८.१३२; १२. ९४ राक्षस योद्धा ५९ १२; = वज्जोयर, ५६.३१:५९.१४; २०,२१; विद्याधर वंशीयराजा ५.१६ " ५१६ वानरयोद्धा ५७.८ वणिक् ११८.४६ राजकुमार १०३.९१ वानर वंशीय राजा ६.५९, ६०.६६ दलपुर का राजा १.७० = वज्जयण्ण ३३.२५, २७, ३०,५४,६०,६१, ६४,७८, ८०. ८१, ९१, ९५, ९७, १००, १०२ १२२, १२४, १२९,१३१, १३२ १३४. १३६, १४७७७ ४७; = वज्जसमण ३३.१४७ राक्षसयोद्धा ८.१३२; ५६. २८:५९.३ १२ विद्याधर वंशीय राजा ५.४६ पुंडरिपुर का सोमवंशीय राजा, निर्वासित सीया का संरक्षक १.८४ ९४. १०२; वज्जणक्क बचईत वजदत्त-१ वज्जद्धअ वजधर वज्जनाभ- १ वज्जनेत्त वज्रपाणि वज्जबाहु - १ 33 चज्जमज्झ - १ वज्जमज्झ-२ वजमालि वजमुह १. व्यक्तिविशेषनाम वजयण्ण वजवयण वजवरनयण वजयेग वज्जसंघ वजसमण वजसिरी वजसुंदर वज्जसुजण्डु ९५.१,१०,१६६५:९६.८३ ९७.८, ९८.१, ७, १०, ११, १२,१५,२०, २६, २७,३६, ३८,५५,६९,९९.१६,३१, ३२.१००.२४५. राक्षसयोद्धा ५९.५७,५८ वानरयोद्धा ५४.२३ विद्याधर वंशीय राजा ५. १५ मुनि, ग्यारहवें तीर्थंकर के पूर्वजन्मगुरु २०.१८ विद्याधरवंशीय राजा ५.१५ राक्षसयोद्धा ५६.२८ 33 राक्षसवंशीयराजा ५.२६३ रावणमंत्री ८.१३२ राक्षस मुंद का पुत्र ११३. १३,२० लंकाप्राकार का रक्षक ५२.८,५३.१२४ = वज. वयण ५२.११ देखो वज्रकण्ण देखो वज्रमुद्द सहपुर का विद्याधरराजा ३१.१६ राक्षसयोद्धा १२.९२ विद्याधरवंशीय राजा ५.१५. देखो वज्जकण्ण विद्याधररानी ६.१६९ विद्याधरवंशीयराजा ५.१७ १, ५.१७ राजा, प्रथमतीर्थंकर का पूर्वभवनाम २०.१२ मुनि, वारहवें तीर्थंकर के वजिदु वजास पूर्व जन्मगुरू २०१९ रावण का मंत्री ८. १५ विद्याधरवंशीय राजा ५.१७ ५१६ इक्ष्वाकुवंशीय राजा २१.४२. ४४, ४६, ४७५१,५६,६७, ७०,७२,७४ 33 " वज्ज सेण For Private & Personal Use Only बज्जाउद्द-१ -२ -३ वजा उहपंजर वजाभ 33 वज्जावत्त बोयर वर्णमाला - १ »-२ ,,-3 वकुमार हिसिह वद्धमाण वप्पा-१ वप्पा- २ वम्मा २७ मुनि, प्रथमतीर्थकर के पूर्व भवगुरु २०.१७ सौधर्मेन्द्र ३.१३७ विद्यावरवंशीय राजा ५.१६ विद्याधर राजा ६.१६९ विद्याधर राजकुमार ६.१६९ विद्याधरवंशीय राजा १६ सीया स्वयंवर के लिए चंदगइ द्वारा दिया गया धनुष २८.८४, ३०.९८,४४. ६०:४९.२३६५३.४९, ५५. १५, २६,७२.२३, ८६.२५: ९९.७१:१००.८,११३.२० विद्याधरवंशीयराजा ५.१७ विभीसण का मुख्य भट ५५.२३ देखो वज्जउयर राजा महीहर की पुत्री, लक्खण की रानी १.७१: ३६.९, १९, २४ २८, २९, ३०.३१३२, ३४:३८.१६, २०,५५,७७, ४९९१.१५, २४. भिल्ल राजकुमारी १२.१४ जुलाहे की स्त्री १४.२ हत्थ व पद्दत्थ के पिता ५८.१३ दाशरथी राम का सहायक रजा ९९.४९ चौबीसवें तीर्थंकर २०.६. ५१ (देखो महावीर ) चक्रवर्ती इरिसेण की माता ८. १४४, १४५ १४८, २०६, २०७२०.१५० जिन नमि की माता २०. ४७ जिन पास की माता २०. ४९ www.jainelibrary.org

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