Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad
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पाठान्तराणि
जे
नाम उ उद्देमो सम्मत्तो
H
__उद्देश-२१
म
२ ण अस्थि २ महिवालो ३ समिद्धि ५ पोट्टिलमु ७ जेण यह
१० १०
१२
संतिनयरनामं च जे,क १८. महिला .१८१ पतेसु १८१ नयरेस् १८२ मो पयावई १८३ पच्छिमो के १८४ अम्विगा १८५ 'ओ विय १८६ मणोहरा है १८७ पभावई १८. जोव्वणवराओ १८८ पुंडरिंगिणी १८८ आणन्दयरी। १९. णो चेव ना १९१ रो विय १९१ एयाणि १९१ नामाई १९१ नामाई १९३ भो उ । १९३ पते १९४ कप्पा य १९४ बंभाओ १९५ पतेसु १९६ अण्णा वि य वे' १९७ सि इत्थं १९८ जिणे १९८ आसि १९९ अरमल्लिजिणवराण
य, दत्तो २०१ अयलपुर वि. २०३ तहेव
जेक २०३ महुकेढा २०४ जरासिन्धू २०४ पते २०४ ण च । २०४ ‘सत्तु वासुदेवाणं ॥ जे २०६ - 'गं एत्ता, २.८ डाइयं के २०८ थोवभवां
राया य महिहरो वि जे. पत्रमादिया
नोड्स १३ सीहमहिमेय १४ चउद्दस १५ नहा आ १५ उज्जोयन्ता १. वरवासिणीहि १८ विहाए बोरों १९ इन्दादी १. लसतेहिं
वि ह जस्स सुधया आसि । पचाईसय
१३ चूलामणि
सायरसविहिं प ४४ हरेवाटणेण
मणोरमा मु ४४ पीनीप
किह भो ४. य बाहुजे, नं
७५ जगपरिगहिओ ४८ "यहलिम
७५ विरागं वरदालिम
९ विभूतीप ४८ क इलझंकार
८३ कम्मलुद्धो ५९ विउल
८५ वरनराहिय ४९ अपांग
८६ पुहवीए ५१ वसमं
८. किन्न न नदु ५२ अइसन मन
८८ अम्गहं धी पतेण
मउडादिवि ५५ क्या ठच पा जे,
गामसहस्सं तु ५५ निरीक्स
लं धरेड ५५ तरिक्वामि ५८ बंधं चोमवं जे,
'णाणान एक ५९ डाइण्डर
वण्णा उद्दसओ लमद
सम्मत्तो
जे,क ६१ तह हाइनिरायारो ६२ काऊण
उद्देश-२२ ६२ सोहम्मादीसु ६३ ना यो मणुओ
२ इ लहुं धा ६४ ण कम्ममलं
४ तेसि, नय एयं मुगि
. जो सो सिसु तुर्म ६५ विगयनहो
रज्जे ६५ इढयरो
भिक्खट्ठा
.९ पासण्डा ६६ अभिटोज
पुश्वरणी ६७ जचतीउ
१० लिमादीगं । ६८ इय गांग
१० °स्सम्भन्त' ६९ जह बीय
११ तो विय ६९ तो भग
" पधजामुवग ... (वि ओइण्ण तु अवहरइ
१२ पतेण 1वेयण अंगा
१४ ट्ठो भूणिय त भण
१५ विविन्तेस्तो "पणाहं,
१. पयच्छामि १ तुम
१८ एय संगो
१८ से अण ७३ बोहरने , । १९ वडगरेण ७३ मतार भाय वि क २. पायवडिया ७३ विभाग जेक २० मोत्तूण
३१ 'लेणं अइकता ३१ "जोगेगं ३४ निमुणेसु ३४ व वासे ३५ सुउज्जुया ३५ दुकयमुह ३२ अकयनलिकम्मा ३६ अणुवन्ति य ३६ परिय सन्ति ३८ पिच्छऊग
जे,क,मु
जे,क,मु
४. कालमाइमे ४० पड़ी य वि ४२ जस्स महा ४३ या हरिवा' ४३ या विहुवा
रादिभवा
जे ,
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