Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad
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२११
मयणसवा
मयधम्म मयर मयरद्धअ-१
मयरह
मयरिआ मयहाहिवइ मयारिदमण-१
मरीइ
१. व्यक्तिविशेषनाम वानर सुग्गीवकी पुत्री ४७. मल्लि उन्नीसवें तीर्थकर १.५; महाबुद्धि
५. १४८, ९.९४,२०.६, विद्याधरवंशीय राजा ५.४३
४५, ५७, १४८, १९८, महामह राक्षसयोद्धा ६५.२९,५९,३
महामालि वानरयोद्धा ६७.९
महंतकित्ति राक्षसराजकुमार ५.२५२, महारक्ख स) राक्षसयोद्धा ७१.३६ लक्ख ण का पुत्र ९१.२० महकंतजस राक्षसवंशीय राजा ५.२६५ इक्ष्वाकुवंशीय राजा २२. महगइ ।
" , ५.२६५ महारह-१
महण वणिक् स्त्री ११८.४६ महद्धय (देखो वसंतद्धय) भाम- महालोयण देखो मगहनराहिव
डल का मित्र ३०..
महाविरिअ राक्षसवंशीय राजा ५.२६२ महबाहु राक्षसवंशीय राजा ५.२६५
महावीर विद्याधर राजकुमार.६.२१६
महरव इक्ष्वाकुवंशीय राजा २२.
, , ५.२६६ महिंद-1 महसुह
वानरयोद्धा ५७.१३
महसेण तीर्थकर चंदपह के पिता (देखो मददमण) वानर
२०.३४ योद्धा ५९.१३
महाईदइ इशाकुवंशीय राजा ५.६ मुनि, जिन उसह का शिष्य
महाकाम राक्षसयोद्धा ५६.३६ पुनः परिव्राजक ११.९४;
महागिरि हरिवंशीय राजा २१.८ ८२.२४ - मारीइ ८२. ११६ = मारिजि ८२.२६ ।।
महाघोस
अवरविदेह का राजा
५.११५ रायग्गिह का राजा ११.
महाजुइ
राक्षसयोद्धा ५६.३४ हणुअ के पिता, देखो महाध अइविरिअ का सहायक मरुनंदण
राजा ३७७
महाधण वानरवंशीय राजा ६.६७
वणिक् ५५३८ रावण का मंत्री ८.१६ महापउम-1 राजा, नवें तीर्थकर का बारहवाँ कुलकर ३.५५
पूर्वप्रन्मनाम २०.१३ जिन उसह की माता ३.
नवा चक्रवर्ती राजा ( देखो
महिंददत्त ५८,६१,६६१.४;२०.
पउम१) ५. १५३, २०. २७७८२.१९
१४३. १४८. हणुअ५३.७९: मसुय
महाबल-१ इक्ष्वाकुवंशीय राजा ५.४
महिंदविकम ६९. ४५; - मरुस्सुय
सोमवंशीय राजा ५.११
महिहर-१ १०१. १:
राजा, चौथे तीथंकर का
पूर्वजन्मनाम २०११ देखो वाउभूह १०५.५० सालिग्गाम का ब्राह्मण
मुनि, चौथे बलदेव का
पूर्वजन्मनाम २०.१९० वानरयोद्धा ५७.१६
वानरयोद्धा ५७.४६७.१० राक्षस योद्धा ५६.३३
विद्याधर राजा ९९६३ देखो मरुनंदण
मुनि. १०६.४६ महाबाहु राक्षसयोद्धा ५६.३०
दाशरथी भरहसह दीक्षित राजा ८५.३ हणुप्र का मंत्री राक्षसयोद्धा ५६.३२ रक्ख सघंस-प्रवर्तक राजा १.४२:५. १३९, १६४, २१७,२३५,२३७२४७ हरिवंशीय राजा २१.३० वानरयोद्धा ६७.९ सुर ५९.८३ इक्ष्वाकुवंशीय राजा ५.५ देखो वीर, अन्तिम तीर्थकर २.२६ माहिदनयर का विद्याधर राजा. अंजणा के पिता १.६०:१५. १०, १३,१५, ३२,३५,३७,३९,८७,९६ १७.१८,१९,२३, १००; ५७. ३: -केउ ५० १९: ५४.२४;-तणया १५.५४, ९९,१६.१,९,३८,५९, ७५: १७.१,५८,८१,८६, ११६१८.१४,५२,-धूया १७.४३,९७ देखो अंजणा -पुत्त १७.२०:-सुअ १२. ९६ पसन्नकित्ति -भज्जा हिययसुंदरी१७. १०३ विद्याधर इंद १.५८ विजयपुर का राजा. चकवती हरिसेण का पूर्वभवनाम २०.१४९ इक्ष्वाकुवशीय राजा ५.६ विद्याधर राजपुत्र ८.१९५, २०० विजयपूर का राजा, लक्खण-वसुर, वणमाला के पिता ३६. ३२: ३७.१.१४,१५,२९, ३१, ३२, ३३,३८. १५; = महीहर ३६.९,३७,४०; ३७४ देखो पुहईधर
मरुअ-१
माअ-२
मरुअकुमार मरुत मरुदेव मरुदेवी
मरुनंदण
मरुभूह
महवाह
मरुसर मरुसुय । मरुस्सुय ।
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