Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad
________________
१६
१. व्यक्तिविशेषनाम
पडिवयण पडिसुइ पडिसुजा
वियम्भनगर का राजा २६.१० जमदग्गि का पुत्र२०.१४० राजा ९९.४९ विप्र कर्षक, वानर नील का पूर्वजन्मनाम ५८. ४, ७,
पडिसूर )
२६
पढम
इक्ष्वाकुवंशीयराजा २२.९७ पयाससीह प्रथम कुलकर ३.५. कुरुवरद्वीप का विद्याधर परसुराम राजकुमार, अंजणा का पलंबबाहु मामा १७.१०३, १०६, पल्लव ११६,११७:१८.३३,३६ १.६१:१८.४३,१९.३:८५.
पल्हाअ-१ पच्छिम का भाई ७५. ६०.६८ वानरयोद्धा ५७.. राजा सुमित्त का मित्र, .. चमरकुमार देव का पूर्व भवनाम १२.११,१२,१५,
पल्हाभ-२ १६,१७,१८,१९,२१,२४, ३२
पल्हायण गृहपति ४८.७७ तीसरे वासुदेव को पटरानी पल्हापणा
पल्हायणा-१ २०.१८६ रावणस्त्री ७४.११ पल्हायणा-२ वानरयोद्धा ५७.१८ पवण विप्रपुत्र, रावणका पूर्वभवनाम १०३.१०५१०६ १०३.११९ इक्ष्वाकुवंशीय राजा ५.७
१९.२७,४०,५३ १.६ = पवणपुत्त १९.१७,४६. ८९:४७.२७:४९ १९,५०. १४,१८:५१.११:५२.२८ ५३.९,५८,७३,७५,८१, ८५ ९३ ११४,५९.१६, २२:१०८.११,१९,३३: - पवणसुअ ४९.९,१३, ५०.१:५३.१९,११८:५९. २०,२६ ७१;७६.२३:१०८ १६, ३४; - पवणाणंद ५२.१. देखो पक्षण वानरवंशीयराजा ६.६८ नागपुरका विद्याधरवंशीय राजा ६. १७१ वानरयोद्धा ५४.२४ देखो पवणवेग-१ ३०.८६ खेचर लेखवाहक ३०.८३
पत्थार पभव-१
पभवा
पभावई पभावि ग्भासकुंद ) रहासकुंद )
भु
विद्याधर राजा, पवणंजय के पिता, हणुअ के पितामह १.६०१५.५,२६, ३३,३५,३७,३९,८७,८९, ९३,९६१६.२७,२८३०, ३४:१८.३१-३३,४२..
पवणगइ-१ सातवें प्रतिवासुदेव ५.१५६ पवणगइ-२ २०.२०३ राक्षसयोद्धा ५६.३९ चंदोदय और सूरोदय " -४ को माता ८२.२५ नागपुर की रानी ८२.२७ ।
पवणवेग-१ हणु के पिता १५.८७, " -२ १८.३३,११:१९.३ः =पवणंजय १.६०,६२,१५. ८ २७,४३, ४९, ५२, ५९, , -४ ६८८१,८४,८८ ९४,९८ , -५ १६.१,३०,३९,५१, ६२, पवणवेग-६ ६७,७०,७२,८५,१७.३.४, पवणावत्त . १७,४४,९७, १८.१,२,६, १२.१५,१६,२२, २३,२४, पवणुत्तरगइ ३४.३७,५३,५५, ५७:१९. पवर ७,४८.१२३: ५३ १८, १३१:-पवणगइ १५.३७, पवरा ६४,७१,७७ ९१; १६४०,
पवरावली १४,४६,६१,८२,१८.३,४, ११,२०,३८५८:१९.१०,
पब्वय-१ =पवणवेग १५. ६५,७४: पब्वयअ। १६.३४,३६,६४,६५७४; १८.८,४. देखो पवण हणुभ १.६३:-पवणतणअ ५२. ३,२५: -पवणनंदण पसंख
मुनि, द्वितीयवलदेव का पूर्वजन्मनाम २०.१९२ विद्याधर राजपुत्र ९०.६ विद्याधर योद्धा ९९.६३ देखो पक्षण सेयंकरपुर का राजा ६३.
भूयतेय
पमत्त
पमोय पयडडमर पयंडमालि पयंडासणि
रक्षिसवंशीय राजा ५.२६४ वणिक् ४१५४,५६,५९,
पयापाल
वानर योद्धा ५७.१३ राक्षसवंशीय राजा ५.२६३ राक्षसयोद्धा ५६.३३ वानरयोद्धा ५७.१६ विभीसण का मुख्य भट ५५.२३ मुनि, पांचवें बलदेव के गुरु २०.१९२ प्रथम वासुदेव के पिता २०.१८२ चक्रवर्ती सगर का पूर्वजन्मनाम ५.११६ इक्ष्वाकुवंशीय राजा ५.५ पुक्खर द्वीप का राजा ८२.६४
पयावइ
पयावल
रावणखी ७४.८ रानी, कुंडलमंडिस की माता २६.१० ब्राह्मण खीरकयंब का पुत्र, हिसायज्ञ प्रवत्तक ११.१, २२,२६, २७,२८,२९,३०, ३३,३६,३७ मुनि, द्वितीय वासुदेव का पूर्वजन्मनाम २०. १७१ राक्षसयोद्धा ५६.३४ .
पयावि
पवणंजय पवणंजय-पुत्त
पयासजस
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406