Book Title: Paumchariyam Part 2
Author(s): Vimalsuri, Punyavijay, Harman
Publisher: Prakrit Granth Parishad

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Page 252
________________ कूर-१ केड केउमई केकई केकई १. व्यक्तिविशेषनाम वानरयोद्धा ५४.२१ केसी सातवे वासुदेव की माता खेमंकर-१ राक्षसयोद्धा ५६२९ २०.१८४ . भृत्य, धायईसंड का ५. कोडिसिला लक्खण द्वारा उठायोगयी शिला ४८. ९९, १००, १०३, ११७. ५ ( देखो राक्षसयोद्धा ६१.२९ निव्वाणसिला) अंजणा की सास १५.२७ कोण . वानरयोद्धा ५७.१३ खेमंधर १७.५,७,२२,१८ २५,२८ कोमड़नंदण । .. . ५७.१८ खेयरनरिद (देखो कित्तिमई) कोलावसुंदर विद्याधर राजा १०.२१ खोम दसरहकी रानी व लक्खण कोलाहल वानरयोद्धा ५७ १८ ग की माता २२.१८८= कोव राक्षसयोद्धा ५९.१४,-कोह गंगदत्त । केगई २०.१८४; - केगया ५९.१३-कोहण ५६.३२ ७९.२६ ( देखो सुमित्ता कोसल इक्ष्वाकु वंशीय राजा २२. गंगाहर और सोमित्ती) ५ (देखो सुकोसल) दसरह की रानी व भरह कामिय केकसी की भगिनी, वेस- गंधव्व और सत्तुग्घ की माता मणकी माता ७.५४ गंधवा ७९.२८; केगई १.६४,६९, कोह । देखो कोव २४.३,२३, ३७,३९,२५. कोहण । गंधारी १४:२८. १३०, ३१.६३, खंद वानरयोद्धा ५७.८,६७.११ गंभीर-१ ६५,६७,७०,७३-७५,८९. खणक्षेत्र वानरयोद्धा ५७.१४ गंभीर-२ ९८,३२.३७ ४८,५०,५४, खरदूमण चंदणहा का पति, रावण गभीरणाअ ६५.२०,८०.८३.८.१०; का बहिनोई, पायालंकार गयणचंद ८८.३७९५.२६:११८.४२ पुर का राजा. १.७४,९. केगइपुत्त ३२.४४ ; के गइसुअ १०,१२,१०.१५,१६.२४, गयणतडि ८७.१,८८.१.(देखोसनुज २६:४३.१६, १८, ४४.२, गयणविज्जू रावणमाता व विद्याधर १०,१३,३५,४५.५, १२, गयणा राजा वोमबिद् की पुत्री १३-१५,२२,३७,४१,१६. गयणाणंद १.४९, ७.५४.६७, ७२, ११,१७,२०,८७,४७.३,४% गयर्णिदु १५४, ४९.८:५३.३४. (देखो ११३. ११४. गयणुजल दूसण) (देखो केकई और केकई) गयवरघोस खरनिस्सण राक्षमयोद्धा ५६ ३० गयवरतास पज्जुण्ण का पूर्वभवनाम, खवियारि वानरयोद्धा ५९.१२-१४ गयवाहण साकेयपुरका राजा खारदूसण खरदूसणका मंत्री४५.१५ १०५. १३, १५,१८,८६, खितिधर वानरयोद्धा ५७.११ गयारि' ' १०९,१११,११४ खीरकर्यब वसु राजा के गुरु, नारब गरुडंक वानरयोद्धा ५४.२१ के पिता, ब्राह्मण ११.९,१२ गरुडाहिव विद्याधर योद्धा १२.९८ खीरधारा किंपुरिस की बी १३.२६ अइविरिअ का मित्रराजा खे वानरयोद्धा ५७.१५ ३७.११ दाशरथी राम की प्रजा , , ३७.७ . का अगुआ ९३.१७ गठ्यचंदाम तृतीय कुलकर ३.५२ मुनि २१.८० राजा. सिद्धत्थनगर का देसभूसण व कुलभूसण के पिता ३९.८६, ९०,९३,९८ चतुर्थ कुलकर ३.५२ वानरवंशीय राजा ६.८४ राक्षसयोद्धा ५६.३२ राक्षसयोद्धा ५९.२ मुनि, नवम वासुदेव का पूर्वजन्म नाम २०.१७२ - विद्याधर राजपुत्र ८.१९५, २०० विद्याधर राजा ५१.१२,२५ विद्याधर राजकुमारी ५. २४३ विधाधर राजवधू ५.२४३ राक्षसयोद्धा ५९.३ विद्याधर राजा ११४.१९ राक्षसयोद्धा ५६.२८ वालि के दीक्षागुरू, मुनि ९.४६ रावणमंत्री ८.१५ विद्याधर राजा ८.१३२ राक्षसयोद्धा ५६.३८ वानरवंशीय राजा ६.८४ विद्याधर राजा ५.४५ राक्षसयोद्धा १२.९२ वानरयोद्धा ५४.२१ वानरय द्धा ५७.१० राजा वजजंघ के पिता ९५.६४ राक्षस राजा ५६.२८ इक्ष्वाकुवंशीय राजा ५.७ गरुडदेवों का अधिपति, व राजा खेमंकर (३) का पुनभव नाम. ३९. १२९) ६०.७,६५.२३ वानरयोद्धा ६७.९ केकसी ) केकसी केगई । केगया । केढव केलीगिल केसरि-१ केसरि-२ खेम केसरिविरिअ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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