Book Title: Nandi Sutra Tika
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________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नंदी टी. 38. 辦柴課業器課業諾諾諾諾器米器端米器米業器紫黑點 सेत्तमित्यादि तदेतत् लब्ध्यचरं तदेतदक्षरश्रुतं किंतमित्यादि पथ किं तत् अनक्षरयुतं अनचरामकं श्रुतमनक्षरथुतं प्राचार्याच पनक्षरश्रुतमनेक विधमनेकप्रकार प्राप्त तद्यथा जससिमित्यादि उच्चसनमुच्चसितं भावेनिष्ठाप्रत्ययः तथा नि:श्वसनं निश्चमि निष्ठीवनं निद्य तं कायनं काशितं च शब्द: समुच्चयार्थः क्षवणं क्षुतं एषापि च शब्दः समुच्चवार्थः परमस्य व्यवहित: प्रयोग सेंटितादिकं चेत्येवं द्रष्टव्यः तथानिषिधनं निमिचिचं अनुस्खारवत् अनुस्वारसानुखारमित्यर्थः तथाढितादिकं वानक्षरश्रुतंहउच्चसितादि द्रव्यश्रुतंद्रष्टव्यं ध्वनिमावत्वात्भावयुतस्य कारणत्वात् कार्यन्वाञ्च तथायिदाभिस धिपूर्वक सविसेषतरमुच्चसितादिकस्यापि पुसः कस्यचिदर्थस्य सप्तयेप्रयते तदा तदुच्चसितादि प्रयोक्नुभावथतस्य फलं श्रोतच भाषश्रुतस्य कारणं भवति ततो द्रव्यश्रुतमित्युच्यते पथ ब्रुबीथा एवं तईिकरादिचेष्टाया अपि द्रव्यश्रुत त्वप्रसङ्गः सापि हि बुद्धिपूर्थिका क्रियमाणातत् कर्तर्भाव बुतस्य फलंद्रष्टुवभाव ___अणक्सरसुयंत्रणेगविहंपणतंतंजहाऊससिय नौससियंनिच्छुढं खामियं चछोयंचनिस्सिंयमणुसारं अणक्खरछलिया से तेएतल लवधिमा अचर कहीये मे तेए म०पक्षर श्रुत नाथयो। एमचरत्र तनाभेद कया विधीजो अक्षर वृतना भेद कहेछे से ते * अथदिवे किं कुण केइयो अ० जे शिष्यपछे हे भगवन अणक्षर श्रुतते किस कही जेते गुरु उत्तर कहेले अहो शिष्य अक्षर सुबना मा अनेक प्रकार प० परप्याक्ष. ते कहेछ उ. उसासनी लेवोते उसासने अन क्षर कही ये नि० नोचोमुकवो ते निसामने अगजर२ जि० थुक ते अक्षर कही येनि० ता कहनो खार यासयो wi. छोकयो। नि. निसीकयो म वायनोसरवोपमा पक्षररहितछे सीटीनोदेवोमानीकरबी मुग्यमचकोडियोयोखिफरकाव* शिसिरधु ण बोकालोकरवो इत्यादिकही येभहिये वीजासंनिसत्वनाभेदकहेछसे तेहिवेकुणरसं जेनिज्ञानस्सरणकरतेसन्निसत्व भेदकालिकोपदेश 諾器業樂器諾米諾柴米諾器黑黑黑黑聚器器需柴諾器 भाषा For Private and Personal Use Only

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