Book Title: Nandi Sutra Tika
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Page 460
________________ Shri Mahavir Jan Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir नंदौटी. 課柴米米米米米米米米米米諾端端雅米米米米 यावत् पहवामन्ति व समरः सर्चातरुतामध्ययनानां वा वेदितव्याः सर्वाणि चाध्ययनानि वर्गवीतर्गतानि अगपबुदिति पतचार पटौ उहचानका ला: पटौ समुहेगनकाला: संख्खे बानि पदसच्चाणि पदाग्रेश तानि च किल बयोविंशतिः लक्षाचत्वारच सरमाः येषं पाठसिव यावनिगम मेकिं समित्वादि पथ कास्ता अनुत्तरोपपातिकदयाः न विद्यते उत्तरः प्रधानो येभ्यस्तेऽनुत्तराः सर्वोत्तमा प्रत्यादिः उपपातेन निता पौषपातिकाच पर संखिज्जापयसहस्सापयग्गणं संखिज्जा अक्खरा अणंतागमा अणंतापज्जवापरित्तातसा अणंताचावरा सासयकडनिब हनिकायाइया जिणपस्पत्ताभावा आधविनंति पथविज्जति परूविज्जति दंसिज्जति निदंसिज्जति उवदंसिज्जति सेए वंधाया एवंनाया एवंविखाया एवंचरणकरणपावणा आपविज्जद् सेतं अंतगडदमाओ८ सेकिंतं अणुसरोवाइय दसाओ अणुत्तरोववादसामुणं अणुत्तरोववाइयाणं नगराई उज्जाणाईचेयाई वणसंडाई समोसरणाद् राया णो अम्मापियरो धमायरिया धम्मकहायो इहलोइयपरिलोइया इडिविसेसा भोगपरिच्चायापव्वन्नाश्रो परियागा सुयपरिगहा तवोवहाणाई पडिमात्रओ उवसग्गा संलेहणाश्रो भत्तपञ्चक्खाणाई पाओवगमणाई अणुत्तरीववारत्ती संबंधी 50 प्रतिनो विशेष भो भोगभोग वीने पछे प• कांद्या प० दीवालीधी ते प० प्रादिक्षानो कालमान सु. सबनोभणको सं० संख्यातापदना सवते किम 2304000 अधिकाशे प० पदानो परिमाण एतलो सा द्रव्यार्थ पच्चे करीने साखताक. पर्यायार्थ पणे अन्यथा पिप डर पस्खास्खता 2 निमुखार्थ पणे गुथा मिनिका चितते हेतु दृष्टांते सदाचरणे करी परुष्या से० ते कुण मनुत्तरोववाईय दयाते भने उत्तर ते पाम प्रधान पशुपा 米諾諾器张米米米米米諾諾%器端黑猴業狀器辈雕张米 भाषा For Private and Personal Use Only

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