Book Title: Nandi Sutra Tika
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Page 478
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नंदी टी. #शेषः तदेवलघुतरंक्षुल्लक वस्तुतानिवादिमेष्व व चतुषु नशेषेषुतथाचाह पाईल्लाणचउरह मेमाण चलियाणनत्वि मेत्त पुज्य गए तदेतत्वं गतं मेकित मित्यादि अथकोयमनुयोग: अनुरूपोनुकूलोबायोगोनयोगः सूत्रस्यखेनाभिधेयेम साईमनुरूपः संवधः सद्विधामूलप्रथमानुयोगो गंडिकानुयोगच दूह * मलं धर्मप्रणयमातीर्थकरास्तेषां प्रथमं सम्यक्त्वावाप्तिलक्षणापूर्व भवादिगोचरोनुयोगो मूलप्रथमानुयोग: इच्चादीनां पूर्वापरपूर्व परिच्छिचो मध्यभागो गंडिकागंडिकेवगंडिकार्थाधिकारा ग्रंथपद्दतिरित्यर्थः तस्यानुयोगो गंडिकानुयोग: मेकिंतमित्यादि अथ कोयं मूलप्रथमानुयोग: आचार्य आह मूल प्रथमानुयोगेन अथवा मूलप्रथमानुयोगेण मितिवाक्यालंकारे अईतां भगवतां सम्यक् भवादारभ्यपूर्व भवादेवलोकगमनानि तेषपूर्व भयेषदेवभवेष चाबु देवबोकेभ्यश्चवनं तीर्थकर भवत्वेनोत्पादसतोजन्मानि तत: शेलराज मुरासुरैविधायमानाभिषेका इत्यादि पाठसिद्ध यावन्त्रिगमनं किन्तमित्यादि अथ वत्थ णि तौसापुणतेरसमे चोद्दसमे पणवीसायो। चत्तारिवालस अट्टचेव दसचेव चूल्लवत्थ णि पाइल्लाणचउण्हं सूब सेसाणं चूलियानत्थि 3 सेतंपुबगए सेकिंतं अणुयोगेर दूबिहे पपत्ते तंजहा मूलपढमाणुनोगे गंडियाणुओगेय से किंतं मूलपढमाणुयोगेणं 2 अरहताणं भगवंताणं पुब्वभवादेवलोगगमणाई आउंचवपाई जम्मणाणिय अभिसेया गाथानो अर्थ लिखीयेथे वा० इग्यारमा पूर्वना 12 वस्तु अध्ययन ए० अबंध्याम पूर्वनावली 11 मानाजाणावा व० प्राणपूर्वनावली 12 वारनामा ती० * तेरव० वस्तु तेअध्ययनरुप 30 ती० बीसवस्तु अध्ययनरुप पु० वलीते० तेरमाकिया विमालपूर्वना च० चोदमालोक विंदूसार पूजनापण 25 पचवी सब 14 वस्तु अध्ययन जाणवा 14 हिवे वली चुलिकादिक लघु अध्ययन कहेछ 251 च० प्रथम पूर्वना च्यारिचुलिवस्तु दु. बीजा पबनावारे 12 चलवस्तु 深紫紫業業聽聽器兼差兼紫紫罪業辦業器業落差業涨器 भाषा For Private and Personal Use Only

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