Book Title: Nandi Sutra Tika
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Page 445
________________ Shri Maha Jan Aradhana Kendra Acharya Shri Kallassagarsur Gyanmandir नंदी टी. 454 器米諾諾光點洲將繼業器需洲器器諾諾諾諾業 चेव इत्यादि ठाणाणंपरित्तावादूणा इत्यादि सर्व प्राग्वत् परिभावनौयं पदपरिमाणंच पर्वस्मात् अंगादुत्तरसिाबुत्तरस्मिन्नगे द्विगुणमवसेयं शेषपाठसि ह' वावन्निगमनं मेकितमित्यादि अथ कोयं समवायः सम्यग् आवयोनिश्चयो जीवादीनां पदार्थानां यस्मात् समवायः तथाचाह सूरिः समवायेणमि पडिवत्तोओ सेणं अंगठ्याएतदए अंगेएगे मुयक्खंधे दस अझयणाएगवीसं उद्दसणकाला एकवीसंसमुद्दे सणकाला वात्तरिपयसहस्मापयग्गेणं संखिज्जा अक्खरा अर्णतागमा अणंतापज्जवा परित्तातसा अर्णताथावरा सासयकडनि बदनिकाइया जिण पणत्ता भावा आपविज्जति परूविज्जति दंसिज्जति निदंसिज्जति उवदंसिज्जति सेएवं पाया एवं नाया एवं विमाया एवंचरणकरणपरूवणा आधविज्ज सतंटाणे सेकिंतं समवाए समवाएणं जीवासमासिज्ज बीजाअंगनो ए. एक सु० श्रुत संधवली तेहनादस अध्ययनले ते दस अध्ययनना ए० 21 एकवीस उ० उदेसणकालते प्रश्ननो पूछियो ए० एकवीसन स. समुदेसनकाल तेहना पक्ष्यानो उतरके वा० वातर पदना स० सहस्वछे प० प्रमाण तेपदनो प्रमाण जे सुस्वार्थमी समाप्ति जिहांत ते सत्वनो पदनो ते अर्थ जुदोपडे ते पदनो परिमाण कयोके ते७२ सास एतलोपदानो प्रमाण संखेपजाणवो सं० संख्याता भारत पचरके प. पसागम अर्थविशेषफिर *ताअर्थ परिकेदरुपछे प०अनंतपर्याय अक्षर प० वसजीव संख्याता तथा असंख्याताछे प. अनंता था. थावर ते वनस्पति सहित मा० ते एभाव केहवाछे ते धर्मास्तिकाय सासताचे तथा द्रव्यार्थपणेकरी पविजेदनयपणे पसासताके बलौकेहवाले का पर्यायार्थपणे समय नि तेसवयकी गुच्यातेनियुक्तिसंग्रह यी उदाहरणे करीने नि० ते भूमिकाचित निक्ड जि० जिनते श्रीवीतरागे परप्याछे भा एहवा भाव पदार्थ पनेरापिण 50 फल देखाड वे करीने भाषा For Private and Personal Use Only

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