Book Title: Nandi Sutra Tika
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Page 450
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 458 सब नंदी टी० त्पूर्वपदस्य दीर्घ ततोरिराछ जाताधर्म कथासमिति वाक्यालंकारे ज्ञातानामुदाउरणभूतानां नगरादीन्यास्थार्यते तथा दसधम्मकहाणं वग्गा इत्यादि इह प्रथमश्रुतस्कन्ध एकोनविंशति ज्ञाताध्ययनानि ज्ञातान्य दाहरणानि तत्प्रधानानि अध्ययनानि द्वितीयश्रुतस्कन्धे दशधर्मकथा: धर्म स्व अहिंसादि धम्म कहासुर्ण नायाण नगराई उज्जाणाईचे आईवणसंडासमोसरणारायाणो अम्मापियरो धम्मायरिया धम्मकहानो इहलोइया परलोया इडिविसेसा भोगपरिव्वया पव्वज्जाश्रो परियाया सुयपरिग्गहातवो वहाणाईसंलेहणायो भत्तपञ्चक्खाईपाओ वगमणाईदेवलोग गमणाई मुकुले पञ्चायाईओपुणबोहिलाभा अंतकि रियायो आविज्जति दसधम्म कहाणं वग्गातत्वणं एगमेगाए धम्मकहाए पंचर अक्खाइ आसयाई एगमेगाए / धर्मने विष ना ते चाताधर्म कथाने विषे ना०उदाहरण ते न्याय ममेषकुमारादिक उ० उद्यान चे देहराय क्षातन चैत्यवंत 30 वनखंड ते अने स. समो सरण वे घणानो एकत्र रा राजाना म०माता भने पिता नाम धधर्मकथा धधर्माचार्य नाम इहलोक ते मनुष्य लोक प० परलोक ते देव गति इ० ऋड्विनो विशेष भो भोग परित्याग ते छांडयो प४प्रवनी दिक्षा लोधी प० दिक्षानो काल 10 सूबनो त तपोपधान ते. 12 भेद तपनो करियो * सं० संलेखणा नो करवो भल्भातपायीनो पचखियो पा पादोगमन ते संधारो किस्य ते निम इक्षनी साख केदी चाले नही तिम ते वतीनो संथा रो कहिवो दे देवलोके जावो सु० भला कुलने विषे पु० वली सुभ ते वो० बोधिसमकितः पामको 50 अंतक्रिया संसारनो पा सामान्य पणे कच्या जा यावत शब्दमे द. दसधर्म कथानो वर्गके वर्गतेसमुह ततिहां एकएकेको धर्म कथा अधिकारनी ससुइ पात्मकते अध्ययन ते माडिचासाने 柴米業器米諾諾器器器器器器端器器業器器諾 带號將規果器器將柴米器業兼养業繼器能地就業職能繼 भाषा For Private and Personal Use Only

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