Book Title: Jain Dharm Darshan Part 02
Author(s): Nirmala Jain
Publisher: Adinath Jain Trust
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* भगवान की शिष्य संपदा * गणधर
-8 साधु
-16,000 साध्वी - 38,000 श्रावक
- 1,64,000 श्राविका
- 3,27,000 चौदहपूर्वी - 350 अवधिज्ञानी
- 1400 केवलज्ञानी - 1,000 वैक्रिय लब्धिधर - 1,100 विपुलमति - 750 ऋजुमति मनःपर्यव ज्ञानी - 600 वादी - 600
माता - वामा वंश - इक्ष्वाकु वर्ण - नील यक्षिणी - पद्मावती
* एक झलक * पिता - अश्वसेन गौत्र - काश्यप शरीर ऊँचाई - 9 हाथ कुमारकाल - 30 वर्ष कुल दीक्षा पर्याय - 70 वर्ष
नगरी - वाराणसी लंछन - सर्प यक्ष - पार्श्व राज्यकाल - नहीं आयुष्य - 100 वर्ष
छद्मस्थकाल - 83
* पंच कल्याणक *
तिथि
च्यवन
जन्म दीक्षा केवलज्ञान निर्वाण
चैत्रकृष्णा 4 पौषकृष्णा 10 पौष कृष्णा 11 चैत्रकृष्णा 4 श्रावण शुक्ला 8
स्थान
नक्षत्र प्राणत विशाखा वाराणसी विशाखा वाराणसी विशाखा वाराणसी विशाखा सम्मेतशिखर विशाखा
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MARRRARA.......... Jain Colocatori Thenaniona
AAAAAA-14taas.
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