Book Title: Jain Darshan me Samatvayog
Author(s): Priyvandanashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP

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Page 13
________________ पू. पिताश्री स्व. शा शंकरलालजी चुनीलालजी साकरिया एवं भाई स्व. शा अशोककुमार शंकरलालजी साकरिया की पुण्य स्मृति में पू. माताजी श्रीमती सुखीबाई शंकरलालजी साकरिया की सद्प्रेरणा से सोहनलाल, घेवरचंद, विपिनकुमार ललीतादेवी, मनफुलादेवी, सोनलदेवी अभिषेक, कुशल, सफल, अभिजीत, दर्शिल डिम्पलदेवी, पायलदेवी, केजलदेवी सुपुत्र सुपुत्र वधु सुपौत्र सुपौत्र वधु सुपौत्री जमाई - रिंकल - संजयकुमारजी शाह अभिलाषा - गौतमजी एवं ध्वनी प्रपौत्र ध्वज एवं समस्त साकरिया परिवार मरूधर में सांडेराव फर्म : मंगलदीप ज्वेलर्स 6, रंगनाथ मेन्शन, 145, एवेन्यु रोड, बेंगलौर - 560002 फोन : दुकान 22211440, 41511088 निवास : 26609909 - अर्थ सौजन्य : - Jain Education International - श्रुत सौजन्य में लाभ लेकर, पुण्योपार्जन किया है। आपकी श्रुत सेवा स्तुत्य, सराहनीय, अनुमोदनीय है। सर्वांगीण क्षेत्र में आपने अनूठी उदारता का परिचय दिया है। जिनशासन का गौरव बढ़ाके आपने प्रशंसनीय कार्य किया है। अपनी तेजस्वी प्रतिभा से साकरिया परिवार का नाम दिपाया है। For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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