Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications
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मनाप्य गिग निशीथ मूत्र
५५७४ २७४१
र
५५०२
-
प्रायशिा उवज्भाए प्रायगि उवज्झायं प्रायगि कह सोही प्रायरिए कालगते प्रायगिा गालतो प्रायरिए दोणिण प्रागत प्रायणि भगाहि तुम प्रायणि य गिलारणे
४८७०
३३८६
२७८७
५४८७ ४५५२
१४२८ ५०६५
२८०६ ९०६
५८ पायारे अगाहीए ५४७३ पायारे च उसु य
आयारे गिवेवो ५४०६ ग्रायारो अग्ग चिय ६१०७ ग्रायुहे शिगमट्टम्मि ५६६२ ग्रारविचनो विमज्जेति
प्रारभडा मम्मदा प्रारं भनियत्तागं पागम मोल्लकाते
पारिय-ग्रारियमंकम ५०८ प्रारियमगणासिस
प्रामवगा जति मामा 2.४८ प्रारुहगो ग्रोर हो
पारोवण उद्दिट्टा ५७६६ पारोबग्गा जहण्या
प्रारोह परीगाहो पालन वाहिरे पालत गं पडिपुच्छ प्रालंबणं तु दुविहं
प्रालंबणे विसद्ध ५४७६ २७८०
पालावग पडिपुच्छग्ग
५७३० ५७२६ ६४८४ ४८३५
६७५
६४३५ २४५०
८६३ १८८७
६२२
१६.५ पायरियो पायरियं पायरियो ग गा भगो २०६४ ग्रायग्गिो करिगा प्रायग्निो चउमासे
२८०३ प्रायरियो वि हु तिहि ५५.७१ पायरितो कडिपदं प्रायरितो पत्तिगीय
४६०७ मायरिय प्रभावित
११०८ पायरिय उज्झाए
५५७६ पायरिय उवज्भाया मायरियपादमूलं
३८५६ पायरिय बालबुड्डा
५८६६ मायरिय-वसभ-अभिसेग ४६३३ पायरियसाधुवंदण
१०५५ पायरियादीण भया
५४५५ पायरियादी वत्यु
४८१४ पायरिया भिक्खूरण य मायं कारगमागाढं
४८.१० भायंबिलरिणन्वितियं प्रायंबिलस्स.लंभे
१६०७ पाया तु हत्थ पादं
६३५ पापा संजम पवयण
१५४१ पावरपकप्पस्स उ पायारविणाय गुरुकप्पमादीवग्गा ३८६५
२०६२ ३२६२ ५८१२ २८५१ ६५६६
३६८६ ५१३७
२४२४
२५२६
६१६२
पालावो देवदत्तादि १०७० आलिहाल-मिच-तावरण २७५२ ग्रालिंगगगावतासगा
प्रालिगते हत्यादिभंजणे ९५५ प्रालीढ पच्चली।
पालोगम्मि चिलिमिली पालोयग तह चेद तु पालोयण ति य पुगो आलोयणाविहारणं पालोयगणापरिगो प्रावडणमादिएसु प्रावणणो इदिएहि प्रावरितो कम्मेहि
६६२७ ६५७८ ६३१२ ३०२१ ६५५८
१६२४
२
५६१
१२०
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