Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications
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बितियपदमरणप्पज्झे
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बितियपदमणागाढे faतिपदमरणाभोगा
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fafaeपमा भोगे
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बितियपदमरिण उसे वा
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वितियपदमधासंथड बितियपदमसति दीहे बितियपदमंचियंगी बितियपदमसंविग्गे
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वितियपदवुज्झराजतगा बितियपद व ज्भामित
faतियपद वूढज्झामिय
बितियपद बुडमुडोरगे
बितियपद समुच्छेदे
बितियपद साहूवंदरण
बिaियपद सेहरोधरण
बितियपद सेहसाहारणे बितियपद होज्ज भ्रमहू
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६२६५
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बितियपद होज्जमणं
बितियपदं प्रणवट्ठो
fafaeपदं श्रद्धा
fafaयपदं प्रायरिए
वितियपदं उड्डा
बितिपदं गम्यमारणे
वितियपदं गेलपणे
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विनियपदं तत्थेव य
वितियपदं तु गिलाणे
विनियपदं तेगिच्छं
fafaयपदं दोच्चे वा
बितियपदं परलिंगे
"
बितियपदं पारंचिय
बितिपदं संबंधी
farयपदं सामं
बितियपदे असिवादी
बितियपदे प्राहारो
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प्रथम परिशिष्ट
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१२
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