Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications

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Page 590
________________ पंचम परिशिष्टम् हास पहासा हिरिमिक्क (चाण्डाल-यक्ष) १४० पज्जोत २३८ चंदगुत्त ३ १४६,१४७ २ ३६१,३६२ ४२४ १२६ चक्रवती, बलदेव और वासुदेव चाणक्य ४२४ प्रर कुथु केसव ४१६,४१७ २३१ जउरण राया जरकुमार ४६६ जराकुमार ३८३ जितारि २१ जियसत्त ४४६.४६५ बलदेव ब्रह्मदत्त मरह ir ar mox aan on me २२३ १०४ १२७ राम वासुदेव डंडगि दंडति दंतवक्क २ ४१६,४१७ संती धम्मसुत ४६ ३६१ १०५ १०५ पंह १५ राजा, रामकुमार श्रर अमात्य अर्जुन प्रणंगकुमार अरणंध राजा प्रभग्गसेन अभयकुमार १ पालग पालय बलभानु बलमित्त बिंदुसार २६८ २६६ १५८ ६,१०,१७ १२६ ४३,१०५ भसम भारा मित्त भीम मयूरंक महिडिढत मुरुड मूलदेव असोग असोगसिरी उदायन ३८८ ५२० १२६ १४६,५२३ ३६१ कुणाल १२८ कौन्तेय खुडुगकुमार ४२३ ३४३ १०४ २२६ २३१ १५८ ४१७ २३१ १२७ ४ १२७,१२८ मेच्छ (म्लेच्छ) वसुदेव वारत्तग सस संतारिणत संपति संब तंदग गद्दभिल्ल गंधप्रिय कुमार गंधार ५८ १२६ २ १ २८ १०५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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