Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications

View full book text
Previous | Next

Page 602
________________ ५६८ पंचमं परिशिष्टम पंदरण तुरुक्ख मिगंड सट्टिया सरिसव सालि हिरिमय २ १०६,२३७ १०६ वाह पणय प्रतसि प्रलिसिंद कल r कलमसालि कलाय कुलत्थ . २०१ कोदव कच्छभी कंसताल कंसालग १५३ काहला २३३ खर मुही गुजापगाव १०६ गोलुई २ १०६,२३७ गोहिय २ १०६,२१३ झल्लरी झोडय १०६,२३७ डमरुग २ २३७,२४१ ढंकुरण ३ ३२७ गालिया ३३,१५३ ताल २३७ तुरण तुबवीणा २०. गोधूम . चणय . . . चवलग जव रिगप्फाव १०६ दुंदुभी १०४ M तंदुल तिल तुवरी २०० १०६ त्रिपुड धारणग पलाल नंदी २३६ पएस २ १०६,२३७ परिलिस पिरिपिरिता बब्बीसग भल भभा , १०६,२३७ भेरी मकरिय १०६,२३७ मडुय २४१ महई १०६ मुइंग २४१ मुरज १०६ मुरली २०१ २०१ २०० २०१ २०१ २०० . मास मुग्ग रालक २०. वल्ल बीहि २०१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 600 601 602 603 604 605 606 607 608