Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications

View full book text
Previous | Next

Page 535
________________ सभाष्य चूरिण निशीथ सूत्र ६२१७ १३३ ५७४१ ५४०४ ४५.८५ ७५५ ४१२२ ३२८६ ३७८५ ३७८६ ६४६१ दो चेव निसिज्जाम्रो दो चेव सया सोला दोच्चेण प्रागतो दोच्चं पि उग्गहो ति य दो जोयगाइं गंतु दोगिण उ पमज्जगाग्रो ३२७२ २८११ ५६५७ ४२४७ । २८२ २७४६ ८८००. दुविहो य होति दीवो . दुविहोहावि वसभा दुव्वग्ण म्मि य पादम्मि दुस्मिक्खियस्स कम्म दुहयो गेलणम्मी. दुहतो वाघातो पुग्ण दुहतो वाघायझी दूइज्जंता दुविहा दतित्तं खु गरहितं दूमिय धूमिय वासिय दूरगमणे गिमि वा दूरे चिक्खिल्लो दुमपलासंतरिम दूसियवेदो दूसी देवतपमत्तवज्जा देवा हणे पमण्णा देविंदवंदिएहि देमकहा परिकहणे देसम्हणे बीए ३७६८ २०४८ ५७७० १४०६ ५५५७ १७४५ ६३७० १०६२ २७५३ ५८०१ ३५७३ ६६८६ ३०८२ ६१८७ २७७८ दोमिा तिहत्थायामा दोष्णि वि विसीयमाणे दोणि वि सह भवंति दोण्णेकतरे खमणे दोकागतरे काल बोट्टाए दाह वि . ५१५० दोन्ह वि उवट्टियाए दोण्ह वि कयरो गुरुयो दोण्ह वि चियत गमणं दोण्ह वि समागता दोहं जइ एक्कस्सा ३३२२ ___ दोण्हं पि गुरूमासो दोण्हं पि जुवलयाणं दोहं वच्चं पुम्वचियं तु दो थेर खुडु थेरे दो दविग्यग्गापहा वा दो पत्त पिया पुत्ता दो पायाऽरगुणाता ३६६८ दो मासे एसगाए दो रासी ठावेज्जा २६.४. ५६७७ ५६७८ ३२२४ ५६१ ५०४१ ३८६२ देसच्चाई सब्वच्चाई देसपदोसादीसु देसम्मि बायरा ते देसं भोच्चा कोई देसिय वाग्गिय लोभा देसिल्लगं पम्हजुयं मरगुण्ण देसे सखुवहिम्मि य देसो नाम पसती देसो वसोवसम्गो २८२६ ६५६ ३७६७ ४५२४ ५५४२ ६४४७ ५२४० ४८१ ३३२५ २०४३ ३८६३ ५०८१ ५८२१ ४५४८ ४६४३ ४७६६ ४८०१ ६२६७ २१६७ ३६०१ ५०६५ १८६१ ६५४ ६४२ देसो सुत्तमहीयं देहजुतो वि य दुविहो देहविउगा खिप्पं देहविभूसा बंभस्स देहस्स तु दोबल्लं देहहिको गणणेक्को दोग्गड पडणुपयरगा दोगच्च वइतो माणे दोरेहि व वझेहि व दो लहुया दो गुरुया दो लहुया दोसु लहुप्रो दो वारियपुवुत्ता दोसविभवारगुरूवो दोमा जेण गिगरु मंति दोसा जग निरु भति दोसा वा के तस्सा दोमाभरगा दीविच्चगाउ दोस वि अलटि कण्णावरेंनि ६६७ . २८६६ ३५२८ १५८६ २५२७ ६६५६ ५.७३ ५२५० ३५२० ९५८ ३८६१ २६१३ ५६०४ १५ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608