Book Title: Agam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Part 04 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Amar Publications

View full book text
Previous | Next

Page 531
________________ मभाष्य चूगि निशीथ सूत्र ૪૬૪૨ तेसु तमगुणणातं नेमु असहीणेसु नेसु दिट्टिमवंधतो तंदुरुयदास्यं पिव तो कह चित्तम्वा उ नो पर मंथुएहिं नोसलिए बग्धरम्पा ३६८५ ४१२६ ६१६६ ८५२८ ३१६५ दगकक्कादीह नवे दगघट्ट तिणि सत्त व दग-रिणागमो पुवुत्ता दगतीरे ता चिट्ठ २०५६ १६७ ४२५२ ३४२८ २३६७ . थाजीवि तन्नगं खलु थल-देउलियटाणं थल-संकमणे जयरणा थलि गोगि सयं मत थंडिल-तिविहुवघाति थंडिल्ल प्रसति प्रधाग १६३ ३६८० ११६८ ४२४८ ४८५३ १५३३ १८६८ १६१८ ६:४८ ३५५१ ६४० ५३२० ५७२ ३६०४ दगभारणे द? ५२७६ दगमुद्देसियं चेव ६२७८ दंग-मेहुणसंकाए ५३२३ ३५४६ दगवाय मंधिकम्मे २०५७ दगवारबद्धणिया ४११३ दगवीरिणय दगवाहो दगतीरचिट्ठणादी ५३१० दछु पिणे ण लज्मा (भामो) १३४६ दळूण दुण्णिविट्ठ ३६४१ दळूण य राइडिं १७४० २५४३ .२३७४ २५६६ ५१६६ दकूरण व सतिकरणं ५३३६ ५१७१ दट्कूण व हिंडतेण वा १२५१ दगण वा रिणयत्तण ५३१४ दड्ढे मुत्ते छगणे दत्थी हामि व पीए १०५७ दधितक्कंबिलमादी दप्प-प्रकप्प-णिरालंब दप्पण मरिण प्राभरणे ४३१८ दप्पपमादागाभोगा ४७८ दप्पादी पडिसेवणा १४३ दप्पे कप्प-पमत्तारणाभोगा दप्पे सकारणमिय ८८ दप्पेरण होति लहुया दमए दूभगे भट्ठ ५०६३ ५५६० दमए पभारणपुरिसे ४०६६ दभगादी ठाणा खलु २६०० ३०४४ दहिडिते व भा ४१६४ २३८८ २६२ पंडिल्लसमायारी थंडिल्लं न वि पासति थावरगिगफण्णं पुरण थी-पुरिसप्रणायारे थी पुरिसा जह उदयं थी पुरिसा पत्तेयं थीसुते च्चिय गुरुगा थुल्लाए विगडपादो यूणामो होति वियली थूणादी ठाणा खलु थूल-सुहुमेसु वोत्तं यूले वा सुहमे वा थेरबहिट्ठा खुड्डा राणेस वि दिनो थेरातिनिविह प्रधा थेरिय दुष्णिखित्ते थेरी दुब्बलखीरा थेरुवमा अक्कते थेरेण अण्णाए यो जति प्रावण थोवाध्वमेमपोरिमि गोदावमेमियाए थोवा दिहणंति खुहं ४३६१ १२६८ ४२६७ ५८७५ ५८७४ २४०४ ४६३ ५२२६ ३४०० ४३८३ ४२६३ ४७६ ६३२ २८५७ ६०७८ ५३८५ , ५३१३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608