Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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ka छ ? (गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते) हे गौतम ! पांच ४२॥ ४३ छ (तं जहा) ते मारे (आभिणिबोहियणाणापरिणामे) मालिनिमाधि ज्ञान५रिणाम (सुयणाणपरिणामे) श्रुवज्ञान परिणाम (ओहिणाणपरिणामे) अक्षितान पलाम (मणपज्जवनाणापरिणामे) भन:५५ज्ञान ५:२९४म (केयलणाणपरिणामे) 34 . परिणाम
(अण्णाणपरिणामेणं भंते! कइविहे पण्णत्त ?) है मगपन ? मज्ञान परिणाम सा प्रारना ४i छ ? (गोयमा !' तिविहे पण्णत्ते) हे गौतम ! १९ प्रा२ना ४३ छ (तं जहा) त प्रारे (मइ अण्णाणपरिणामे) भति गज्ञान ५२ भि (सुअ अण्णाणपरिणामे) श्रुतमज्ञान परिणाम (विभंगणाणपरिणामे) विज्ञान परिणाम
(दसणपरिणामेणं भंते ! कइविहे पण्णत्ते) मगवन् ! ४शन परिणाम 21 PM Hai छ ? (गोयमा ! तिविहे पण्णत्तें) 3 गौतम! १९ २ना ४ा छ (तं जहा) ते ।
२ (सम्मईसणपरिणाम) सभ्यशन परिणाम (मिच्छादसणपरिणामे) मिथ्या परिणाम (सम्ममिच्छादसणपरिणामे) सभ्य मिथ्या ४शन परिणाम
(चरित्तपरिणामेणं भंते कइविहे पण्णत्ते १) हे भगवन् ! या२७ पा२म ४८सा प्रारना ४३ छ ? (गोयमा ! पंचविहे पण्णत्ते) गौतम पाय प्रारना ४ छ (तं जहा) ते मा ५४.२ (समाइश्चारित्तपरिणामे) सामायि सारित परिणाम (छेदोवडावणिय चारित्त परिणामे) छे।५स्थापनीय यात्रि परिणाम (परिहारविसुद्धिय चारित्तपरिणामे) ५२४२ विशुद्धि यात्रि ५२४म (सहुमसंपरायचारित्तपरिणामे) सूक्ष्मसापराय यात्रि परिणाम (अहक्खाय चारित्तपरिणामे) यथास्यात यात्रि ५२४ाम
(वेदपरिणामेणं भंते ! कइविहे पण्णत्ते ?) हे सपान् ! ३६५.२४ाम है। प्रा२ai छ ? (गोयमा! तिषिहे पण्णत्ते) गौतम ! १ ४२॥ ४यां छ (इथिवेदपरिणामे, पुरिस. वेदपरिणामे, नपुंसगवेदपरिणामे) स्त्रीव४५२६म, ५३५६५रिणाम नस वे४५रिणाम
(नेरइया) ना२४ ०५ (गतिपरिणामेण) गति परिणामथा (निरयगतिया) ना२४ गती छ (इंदियपरिणामेणं पंचिंदिया) छन्द्रिय परिणामयी पन्द्रिय छ (कसायपरिणामेणं कोह
શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૩
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