Book Title: Vargchulika
Author(s): Kalyanbodhisuri
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ અન્ય આગમોમાં વચૂલિકા સૂત્રનો નિર્દેશ (१) से किं तं कालिअं ? कालिअं अणेगविहं पण्णत्तं, तं जहा - उत्तरज्झयणाई......अंगचूलिया वग्गचूलिया विवाहचूलिया.... - नन्दीसूत्रे ॥१३७॥ (२) चूलिका नाम उक्तनुक्तार्थसङ्ग्रहात्मिका ग्रन्थपद्धतिः, तथा वर्गचूलिकेति वर्गः - अध्ययनानां समूहः, यथाऽन्त-कृद्दशास्वष्टौ वर्गा इत्यादि, तेषां चूलिका । - नन्दीसूत्र ॥१३७॥ वृत्तौ, स्थानाङ्गसूत्रे ॥१०-९७५॥ वृत्तौ, पाक्षिकसूत्रवृत्तौ (३) संखेवितदसाणं दस अज्झयणा पण्णत्ता, तं जहा - खुड्डियाविमाणपविभत्ती... अंगचूलिया वग्गचूलिया विवाहचूलिया... - स्थानाङ्गसूत्रे ॥१०-९७५॥ (४) नमो तेसिं खमासमणाणं जेहिं इमं वाइयं अंगबाहिरं कालियं भगवंतं, तं जहा - उत्तरज्झयणाई.... अंगचूलियाए वंगचूलियाए विवाहचूलियाए.... - पाक्षिक सूत्रे समस्या का कमाल का पहला मामला सामना कर

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112