Book Title: Vargchulika
Author(s): Kalyanbodhisuri
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust
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स्तनसहित.माह - भत्तिब्भरनमियसुरवर...
अन्त- जिणवयणे दढचितो होही पइदियहं ।९। इय वंगचूलीयाइ । सुयहीलुप्पत्तिअज्झयणं सम्मत्तं ॥ इति श्रीवंगचूलियासूत्तं समाप्तं ॥ वंगचूलिया तीरथ श्रीमारा राजना- अनुं ग्रथी लखीतं छइ दीवाली तीरथ श्रीमाराजनेवाव वाने अरथे लख्यु छे. बीजं जे कोइ वाचे ते छइ दीवालीआसी- स वाचजो ।
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-१3, ग्रन्थ-४34, पत्र-५
वालिनिरनमिपुरन गिरिनेदरकिरणरश्यस्मिरियानमिमिरिवारपयं बु,सयदीलग्युप्पति 10वीराचीनवरिमानिरिसुदामामिनिहाणाततोयानी नियोजिंबुचरमानान कारवरदिपसवमूरीगवनियमनवातेवीमायनिकनवोयननोगम )जमनसुमत्रो पीओनिऊंसवस्सनमयलविदरंतोयपनामावजिसकामानिरिनहबाज अंशविजया श्रीमाऽवालमंगवायाअहियायनिवाकर्षतिपुम्सुमसुमणादनबाऊमीनोमदिला
अग्गिदननामालनिगेनागालोपाईमाशक्षितवंधराश्नोऽवीमरिगोहिलामका मनपरवगााकामलयापरन्नवियरतिप्रयातहजाणेयानितंबामदशानिम्णिाश्या वाशतिरकप्रदक्षा तिवदायसमकालंयमियायधश्योपवेदणमधुणा गदिया अन्नपदयाधिश्मीप्रकारकादादाअकालमा वराय याजावियाउँछिन्ना जिलधमकरचनो कञ्चविपश्वासुगनाणी॥२०॥श्यवितितोमाजापारिनाकानमांगतन वलि जलेवयरसगुकरियाएसमांगननथाकाकणय किरकम्माजस्मरमानबाजस्म नुवाविजयस्साविक्दो शेयकथजलिंबछ॥२॥ छामयवनेवीगा गोविल्लभरि माओदमिश्रा कालंकालधामापना कर्दिनुववना कबश्वाजोणमंझले कम्युणा
પ્રથમ પત્ર
नवअदिदि वरिमाईग्रंपनियोजिएपरिमागरावन होही ३ तनोमोलमदिनवनवजएदि व रिमर्दितावाणियगा अवमन्नासतिसयमेयोधातमिमएऋगिदता संघसुथराशिनरकतेप्रमती
मोऽघिस्सस्यसउदयाशिवाश्यजस्समद्युमपावयनोचामुपासवेरमो पायादिणकर्ष तोपोगोवदयायाचिकणमूशिसुसुस्तदनबाऊपन्याअलेवयंपवलग मिदनीय दमकमाश्यसयदीलगुणायाफलाफलंजाणिकअन्तविजस्सद्देजिणक्यणादहचिन्तादोदपर दियदायवालायाए सयदीलप्पनीअनयासम्मनाइतिश्रीवैमलीयाअनटानमा
અંતિમ પત્ર

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