Book Title: Vargchulika
Author(s): Kalyanbodhisuri
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

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Page 24
________________ मात्र भूण. साह - भत्तिब्भरनमिरसुरनर... अन्त-... जिणवयणे दढचित्ता होह पइदियहं ॥८॥ इय वग्गचूलीयाए सुयहीलुप्पत्ती अज्झयणं सम्मत्तं ॥ इति श्रीवंगचूलीयाअज्झयणं समाप्तं ढ - श्री हेमयन्द्रायार्थ ज्ञानमंदिर पार S. ४१७, ग्रन्थ-२०१८, पत्र-११ किमीसद देवतामनु यसरीवरनदेवशास्तकभुमटतेदना सोसितएवाश्रीवारकase निनाम अन्तवासिकिरक्षित कावकर्माना। एतसिझरनमियरखर शिरिसहर किरायसरिसरियसुचलूयहासमा मत भावारकायाको सीमामा निर्बाध्यया ताबारपीचवमा सनरखें Teasीमा २शिवार बीएचयासमवरिसे सिरिखम्मसानिनिधाएं शायोलसिसिछी जसंचवमनाए २।। पारवर श्रीप्रसवसरायरोगियामलायसयर प्रवासहवासिव वनविलसा ' इकारसवरिसेहिं पतवखरगतियसतवणे.विसारसिहं तवाय झोगशग्गज प्यालयसभामा सवारवालापन यशस्रबिकरा मारुती मरीना बानरमा कोबजा3CODसासरा मध्यरुझो सीसोसिसवरससमयन्लू विदरतापशी सावकध्याय ४ सिरि बामाकोस सनिायज कराराहार सरकारयसिनारनार नियमनायझयामानाकार ! यजय सहबाज संच विजयसीसाडयाजसंगहरा यासञ्चिायनिळयतिसहसंएंगु दरम्यासबाजामामानिम मियानमारकी ननिदत्तनम मिलाएकालीमानिया मेवियनानिमारे। लिग अहतरबऊसासा महिलाएमिाझानानिए छिउलझायभिमाई रातिदेतत्माम्बर ६समंबाविसाय मोकामवासना-भाचापका लागि ककारीहने। परसचयस्थको जना पाहितिवेवरघशाऽवीसपरिसाडिलानकाममयरवसमा कामतयाएरसा 14557 પ્રથમ પત્ર को जाननरविवाविज्ञकरे विवाविया लालजीans अमन से.... श्यले विशावलियर एश्यदेम्मलिवाएसटाएपरिपत्रयम्समाए. ||संवतच्यएवमृगसिरछुहि दिने मांगेमिनास्त्रिावारजाप्रसास्वारस्ता અંતિમ પત્ર स्त सहित. आह - भत्तिब्भरनमियसूरवर... सन्तजिणवयणे दढचित्तो होह पइहियहं ९ इय वंग्गचूलियाए सूयहीलूप्पत्ति अज्झयणं समत्तः ॥१॥ संवत् १८५६ वर्षे मृगसिरशुदि ३ दिने श्रीगेडिनगरे श्रीवीरजीनप्रसात् श्रीरस्तु ।

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